
Mahima Shanidev ki : सूर्य के डर से शनिदेव को जंगल छोड़ आई छाया, फिर मिला ये अधिकार
ABP News
शनिदेव का तिरस्कार करने वाले सूर्यदेव ने मां छाया को किरणों से दूर ले जाने को कहा तो वह शनि को जंगल में ले गईं, जहां यम-यमी की मां संध्या का दिया वचन याद आया, जिससे शनि को जंगल में छोड़कर लौटना पड़ा.
Mahima Shanidev ki : बाल शनि देव को पिता सूर्य के प्रकोप से बचाकर मां छाया उन्हें सूर्यदेव की किरणों से दूर एक जंगल लेकर रहने लगती हैं, जहां वह उनके दुर्भाग्य और अपने कर्तव्यों में आ रही कमी को याद कर परेशान होती हैं, वह अभी सूर्य देव के मन में शनि के प्रति आक्रोश कम करने के लिए सोच ही रही होती हैं कि उन्हें सूर्य देव की पत्नी संध्या को दिए की याद आ जाती है. तपस्या पर जाने से पहले दिया था वचनसंध्या ने सूर्यदेव के ताप से खुद को बचाने के लिए घोर तपस्या पर जाने से पहले अपनी छाया बनाकर उन्हें यह आदेश दिया था कि वह उनकी संतान यम और यमी के लिए ममता में कोई कमी नहीं रखेंगी. वह उनकी देखभाल भी बिल्कुल मां जैसे ही करेंगी. संध्या को दिए गए वचन को याद कर छाया बेचैन हो उठती हैं. छलकते आंसुओं से वह शनि को जंगल में ही महादेव के कृपा के भरोसे छोड़कर सूर्यलोक लौटने का नशा करती हैं फिर अचानक वह अपने पुत्र के मुंह से विह्वल होती हैं और उन्हें साथ ले जाने का फैसला करती है.More Related News