Maharashtra flood: नदी किनारे अवैध निर्माण-डैम से हर सेकेंड 10 हजार क्यूसेक पानी, चिपलून बाढ़ की असल कहानी
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चिपलून नदी के किनारे अवैध निर्माण से वशिष्ठ नदी का प्रवाह बाधित हो गया है. तेजी से पानी न निकल पाने की वजह से नदी लबालब है और वशिष्ठ नदी का पानी शहर और रिहायशी इलाकों की ओर घुस रहा है. सावित्री नदी के बेड एरिया में भी अवैध निर्माण हुआ है.
महाराष्ट्र के चिपलून में बाढ़ (Chiplun flood) से तबाही के पीछे प्राकृतिक आपदा के अलावा इंसानी लापरवाही और भ्रष्टाचार भी जिम्मेदार है. वशिष्ठ नदी के किनारों पर अवैध निर्माण, कोलकेवाड़ी डैम से पानी छोड़ने में हुई लापरवाही और लगातार बारिश ने इस आपदा को भंयकर रूप दे दिया है.कल यानी सोमवार से शुरू हो रहे संसद के महत्वपूर्ण शीतकालीन सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है और उनसे कहा गया है कि वे संसद के सत्र को सुचारू रूप से चलने दें. विपक्ष पहले से ही हंगामा करने की तैयारी में है और उसके पास लंबी चौड़ी मुद्दों की लिस्ट है. देखें VIDEO
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