Mahabharat: हनुमान से मिली आवाज के बूते भीम ने कुरुक्षेत्र में मचाया कोहराम
ABP News
अपनी शक्ति के घमंड में चूर भीम को उनके ही भाई हनुमान ने परास्त कर दिया, लेकिन जब दोनों को रिश्तों की वास्तविकता पता चली तो हनुमान ने उन्हें ऐसी शक्ति दी, जिसके बल में भीम ने कोहराम मचा दिया.
Mahabharat: महाभारत में पांडवों को 12 वर्ष वनवास, एक वर्ष अज्ञातवास मिला. इसके बाद अर्जुन इंद्र से दिव्यास्त्र प्राप्त करने के लिए हिमालय में तपस्या करने गए. इधर, उनके भाई और पत्नी द्रौपदी का भी जंगल में मन नहीं लगा तो वे मन की शांति के लिए नारायण आश्रम में जाकर रहने लगे. इस दौरान एक दिन उत्तर–पूर्व दिशा से एक कमल पुष्प उड़ कर द्रौपदी के पास आ गया. बेहद महक वाले इस फूल पर द्रौपदी मोहित हो गईं और उन्होंने भीम को ऐसे ही और फूल लाने के लिए भेज दिया. सुगंध की ओर बढ़ते हुए भीम जंगल में पहुंच गए, जहां एक वानर लेटा दिखा. इस पर भीम ने कहा कि हे वानर! रास्ते से हटो, रास्ता साफ करो. वानर ने जवाब दिया मैं बहुत बूढ़ा और कमजोर हूं, तुम्हें जाना ही है तो मुझे लांघ जाओ. भीम बोले, तुम जानते नहीं कि किससे बात कर रहे हो. मैं कुंती पुत्र भीम हूं.More Related News