
Mahabharat: महाभारत में कौन थे इरावन, जिसके विधवा बन रोए श्रीकृष्ण
ABP News
महाभारत युद्ध में अभिमन्यु के अलावा अर्जुन के दूसरे पुत्र इरावन ने भी अपने साहस के बल पर कौरव सेना को पस्त किया था, लेकिन विवाह की शर्त रखकर उन्होंने सभी को हैरान कर दिया.
Mahabharat : महाभारत युद्ध में महान योद्धा और अर्जुन पुत्र इरावन का भी जिक्र आता है. कहा जाता है कि युद्ध छिड़ने पर वह नृशंसता से कौरवों का नाश करते जा रहे थे, मगर धार्मिक प्रवृति के होने के बावजूद वह अविवाहित नहीं मरना चाहते थे, इस युद्ध के दौरान विवाह की जिद पकड़ ली. ऐसे में खुद कृष्ण ने मोहिनी रूप धरकर इरावन से विवाह किया. युद्ध के आठवें दिन इरावन वीरगति को प्राप्त हुए तो पूरे दिन कृष्ण खुद को विधवा मानकर विलाप करते रहे. इरावन अर्जुन और नागकन्या उलूपी के बेटे थे. उलूपी का अर्जुन से विवाह वनवास के दौरान हुआ था. इनसे इरावन का जन्म हुआ. महाभारत कथा के अनुसार इरावन पांडवों की तरफ से लड़े और कौरव पक्ष के योद्धाओं अवंती राजकुमार विंद, अनुविंद, शकुनि के भाइयों गज, गवाक्ष, ऋषभ, आर्जव, शुक्र, चर्मवान, दुयोधन के साले सुदक्षिण, भूरिश्रवा के चार पुत्रों को मार डाला. युद्ध के आठवें दिन कौरवों की ओर से लड़ रहे राक्षस अम्बलुष ने इरावन को मार डाला. किवदंतियों में यह भी प्रचलित है कि इरावन पांडवों की विजय के लिए खुद को देवी चामुण्डा को बलि देना चाहता था, लेकिन पांडव तैयार नहीं थे.More Related News