Live: बारिश-बाढ़ से हिमाचल-उत्तराखंड में तबाही, गंगोत्री रूट पर 3000 टूरिस्ट फंसे, NDRF-सेना रेस्क्यू में जुटे
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देशभर के कई इलाकों में बाढ़-बारिश के हालात हैं. आफत की इस बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में मचाई है. हालात इतने बद्तर हैं कि लोगों को रेस्क्यू करने के लिए NDRF के साथ-साथ सेना को भी उतारना पड़ा.
देशभर के कई इलाकों में बाढ़-बारिश के हालात हैं. आफत की इस बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में मचाई है. हालात इतने बद्तर हैं कि लोगों को रेस्क्यू करने के लिए NDRF के साथ-साथ सेना को भी उतारना पड़ा.
हिमाचल और उत्तराखंड से तबाही की कई तस्वीरें सामने आईं. कहीं बाढ़ में घर मकान और गाड़ियां ताश के पत्तों की तरह बहती दिखीं तो कहीं उफनती नदियां अपने साथ पुल ही बहाकर ले गईं.
पंजाब और हरियाणा की सरकार ने बाढ़-बारिश के बीच सेना से राहत अभियान के लिए मदद मांगी थी. इसके बाद दोनों राज्यों में मदद के लिए सेना की पश्चिमी कमान की टुकड़ियों को भेजा गया.
LIVE UPDATES
8.59 AM: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे यमुना नदी का जलस्तर बढ़ेगा.
8.56 AM: हिमाचल के मलारी में ग्लेशियर फटने से पुल बह गया, जिससे चमोली जिले में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले 10 गांवों से संपर्क टूट गया.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.