
Lata Mangeshkar: शख्स नहीं शख्सियत हैं लता मंगेशकर, और शख्सियतें कभी मरा नही करतीं...
ABP News
Lata Mangeshkar सुरों की देवी हैं और उनकी मौजूदगी का अहसास कराते हैं वो हजारों नगमे जिनमे बहती है सुरों की नदियां. जो उतने ही पवित्र हैं जितनी की गंगा.
Lata Mangeshkar को किसी परिचय की जरूरत नहीं. कुछ लोगों का काम बोलता है लेकिन लता मंगेशकर की आवाज बोलती है, बोलती नहीं बल्कि कानों में खनकती है उनकी आवाज़... लेकिन आज वो आवाज़ चुप हो गई है हमेशा हमेशा के लिए. स्वर कोकिला लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रही. ये जानकर भले कितनी ही ठेस क्यों ना पहुंचे लेकिन ये सत्य है. पर क्या वाकई लता मंगेशकर नहीं रहीं. क्योंकि हमने तो सुना था शख्सियतें कभी मरा नहीं करतीं और लता दीदी शख्स नहीं शख्सियत हैं.
करीब आने से चलता है शख्सियत का पता, ज़मीं से चांद भी ज़रा सा दिखाई देता है
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