
Kartik Purnima 2021: कार्तिक पूर्णिमा का स्नान क्यों है महत्वपूर्ण? जानिए इस दिन भगवान ने कौन सा अवतार लिया
ABP News
Kartik Purnima 2021: कार्तिक को हिंदू धर्म के महीनों में श्रेष्ठतम माना गया है. इसकी पूर्णिमा पर पवित्र नदी, कुंड या तालाब में स्नान का विशेष महत्व है, आइए जानते हैं पूर्णिमा की पूजा और स्नान विधान.
Kartik Purnima 2021: धर्मशास्त्र-पुराणों में सर्वाधिक पवित्र माने गए कार्तिक मास का वेदों ने ऊर्ज नाम रखा था. वेदोत्तर काल में ऋषियों ने सूक्ष्म निरीक्षण के बाद नक्षत्रों के आधार पर कार्तिक घोषित किया. तय किया गया कि कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि प्राय: कृत्तिका नक्षत्र में होती है, इसलिए इसे कार्तिक कहना अधिक सार्थक माना गया.
यस्मिन् मासे पौर्णमासी येन धिष्णेनसंयुता। तन्नक्षत्राह्वयो मास: पौर्णमास-तदुच्यते।। यानी जिस महीने की पूर्णिमा को जो नक्षत्र हो, उसे महीने को उसी नक्षत्र के नाम से जाना जाए. इसी तरह चित्रा से चैत्र, विशाखा से वैशाख और कार्तिक कृत्तिका नक्षत्र से बना है.