Jyeshtha 2021: ज्येष्ठ मास जीवन में जल के महत्व को बताता है, इन चीजों का दान करने से लक्ष्मी जी का मिलता है आशीर्वाद
ABP News
Importance Of Jyeshtha Month: हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास को विशेष महत्व दिया गया है. हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना कहलाता है. ज्येष्ठ मास के व्रतों को विधि पूर्वक करने से व्यक्ति को लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
Jyeshta Month 2021: ज्येष्ठ मास की 5 जून 2021 को एकादशी तिथि है. ज्येष्ठ मास का आरंभ बीते 27 मई 2021 को हुआ था. ज्येष्ठ मास में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इस मास को जेठ का महीना भी कहते हैं. ये महीना जीवन में जल के महत्व को भी बताता है. इसी मास में निर्जला एकादशी का व्रत आता है, जिसमें जल का त्याग किया जाता है. निर्जला एकादशी को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना गया है. इसी मास में नौतपा भी आता है, जिसमें तेज गर्मी का अहसास होता है. ज्येष्ठ मास में अधिक गर्मी पड़ती हैज्येष्ठ मास में सूर्य देव अपने पूरे तेवर में होते हैं. यही कारण है कि इस मास में गर्मी अधिक पड़ती है. ज्येष्ठ मास में दिन बढ़ा और रात छोटी होती है. इस कारण भी इस मास को ज्येष्ठ मास कहा जाता है. गर्मी में जल का महत्व अधिक बढ़ जाता है. यही कारण है कि इस मास में दो महत्वपूर्ण पर्व और व्रत पड़ते हैं, जिन्हें गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी कहा जाता है.More Related News