IMA ने पीएम को लिखी चिट्ठी, कहा- सस्ती लोकप्रियता के लिए MLA ने अस्पतालों को बनाया निशाना
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आईएमए ने कहा है कि ये विधायक किस आधार और अधिकार से कह रहे हैं कि निजी अस्पतालों ने अपनी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी नहीं निभाई. आईएमए ने निजी अस्पतालों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा है कि विधायक ने ये चिट्ठी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए लिखी है.
दिल्ली से सटे यूपी के गौतम बुद्ध नगर जिले की जेवर विधानसभा सीट से विधायक धीरेंद्र सिंह की प्रधान मंत्री को लिखी चिट्ठी पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. आईएमए ने भी प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर अपना पक्ष रखा है. आईएमए के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर जयेश लेले और अध्यक्ष डॉक्टर जेए जयलाल ने चिकित्सा के क्षेत्र में निजी अस्पतालों की 70 फीसदी भागीदारी पर जोर देते हुए कहा कि इस संकट काल में हमारे डॉक्टर्स और पूरी चिकित्सक टीम ने अपनी जान पर खेलकर करोड़ों पीड़ित लोगों की जान बचाई है. आईएमए की ओर से पीएम को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि ऐसे में अब निजी अस्पतालों को लेकर इस तरह की असभ्य भाषा का उपयोग करते हुए अनर्गल आरोप लगाना अनुचित और अनैतिक है. धीरेंद्र सिंह ने अपने पत्र में कोरोना काल में निजी अस्पतालों की भूमिका पर सवाल उठाए थे. इसे लेकर एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि उत्तर प्रदेश, एनसीआर और गौतम बुद्ध नगर के निजी अस्पतालों को बेगैरत और अनैतिक बताना दुर्भाग्यपूर्ण है.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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