IIT दिल्ली में पढ़ने वाले बीटेक के छात्र ने किया सुसाइड, पिता बोले- डिप्रेशन में था हमारा बेटा
AajTak
आईआईटी-दिल्ली के 23 वर्षीय छात्र ने अपने घर में वजन उठाने वाली रॉड से लटककर आत्महत्या कर ली. मृतक छात्र के पिता ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा पिछले कुछ महीनों से तनाव और अवसाद से पीड़ित था. उसका एक जगह इलाज भी चल रहा था.
राजधानी दिल्ली में आईआईटी के 23 वर्षीय छात्र ने वजन उठाने वाली रॉड से लटककर सुसाइड कर लिया. मामला पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके का है. पनव बीटेक फॉर्थ ईयर का स्टूडेंट था. उसके पिता ने बताया कि वह पिछले कुछ महीनों से तनाव और अवसाद से पीड़ित था. उसका एक अस्पताल में इलाज भी चल रहा था.
फिलहाल पुलिस ने पनव के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. पनव के पिता ने बताया कि वे लोग बुधवार शाम को सैर के लिए घर से निकले थे. वापस घर आए तो देखा कि पनव घर में लगी वजन उठाने वाली रॉड पर दुपट्टे से लटका हुआ था. बेटे को तुरंत वे अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस के अनुसार, मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. फिलहाल मामले की आगामी जांच की जा रही है.
IIT दिल्ली के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर किया सुसाइड
इससे पहले आईआईटी दिल्ली के विंध्याचल हॉस्टल में एक छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी थी. पुलिस के मुताबिक, मृतक अनिल, गणित और कंप्यूटिंग में बीटेक कर रहा था. वह एक्सटेंशन पर था क्योंकि उसने कुछ विषय पूरे नहीं किए थे और छह महीने के एक्सटेंशन पर हॉस्टल में रह रहा था. जून में उसे हॉस्टल खाली करना था, लेकिन कुछ विषयों में पास नहीं हो सका. इसके लिए उसे विषयों को पास करने के लिए छह माह का समय दिया गया था. अनिल पढ़ाई को लेकर टेंशन में था इसलिए उसने इस तरह का कदम उठाया.
(अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)
आखिरी बार जब दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में थी, वह 30 अक्टूबर था. इसका मतलब यह है कि पिछले 25 दिनों से दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' या उससे भी खराब श्रेणी में रही है. अब तक के 24 दिनों में से, 16 दिनों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही, 6 दिनों में 'गंभीर' श्रेणी में और 2 दिनों में 'गंभीर प्लस' श्रेणी में.
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत के शिल्पकार PM मोदी रहे, जिन्होंने अपनी नीतियों, रणनीतियों और राजनीतिक दृष्टिकोण के दम पर विजय को महाविजय में बदल दिया. उन्होंने विरोधियों की हर चाल को बेअसर करके जनता में काम की गारंटी का विश्वास पैदा किया. मोदी मैजिक ने लोकसभा चुनावों के बाद उपजे निराशा के माहौल को उत्सव में बदल दिया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की. उन्होंने महिलाओं के प्रति आभार व्यक्त किया और नई सरकार की महिला हित में काम करने की नीति की घोषणा की. यह योजना मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लागू की गई योजना के आधार पर चलाई गई है. देखें VIDEO
शीतकालीन सत्र से पहले केंद्र सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष ने उठाया अडानी और मणिपुर का मुद्दा
गौतम अडानी से जुड़े मुद्दे को उठाने की विपक्ष की मांग पर एक सवाल का जवाब देते हुए रिजिजू ने कहा कि सदनों की संबंधित कार्य सलाहकार समितियां लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा अध्यक्ष की सहमति से संसद में चर्चा किए जाने वाले मामलों पर निर्णय लेंगी. बैठक में कांग्रेस सदस्यों ने अडानी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों के साथ-साथ मणिपुर की स्थिति का मुद्दा उठाया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को हैरान कर दिया है. इन नतीजों के चलते राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. बीजेपी का यूपी में प्रदर्शन बेहतरीन रहा है, जो पार्टी के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है. इसी के साथ बिहार और असम में एनडीए की जीत ने पार्टी की खुशियों में इजाफा किया है. इस परिणाम ने राजनीतिक विश्लेषकों को भी नई चर्चाओं में ला खड़ा किया है.