
IAS Success Story: क्या अंग्रेजी बोलने वाले लोग ही यूपीएससी में सफल हो सकते हैं? आईएएस Himanshu Nagpal से जानें सच्चाई
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Himanshu Nagpal Success Story: हिमांशु की इंटरमीडिएट (Intermediate) तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम (Hindi Medium) से हुई थी, लेकिन कड़ी मेहनत की बदौलत वह यूपीएससी (UPSC) में सफल हो गए.
Success Story Of IAS Topper Himanshu Nagpal: यूपीएससी (UPSC) को लेकर समाज में कई तरह की अफवाहें फैली हुई हैं. इनमें से एक अफवाह यह भी है कि अगर आप फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं, तो आपको यहां जल्दी सफलता मिल जाएगी. लेकिन आपको यहां ओवरऑल मेहनत से सफलता मिलती है. आज आपको पहले प्रयास में यूपीएससी में सफल होने वाले हिमांशु नागपाल (Himanshu Nagpal) की कहानी बताएंगे. आपको जानकर हैरानी होगी कि कॉलेज के शुरुआती दिनों में वह अंग्रेजी से बचते थे. लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इस पर अच्छी कमांड बना ली. इंटरमीडिएट के बाद हुआ बड़ा हादसागांव के रहने वाले हिमांशु पहली बार कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए दिल्ली गए थे. वह अपने पिता के साथ पहली बार कॉलेज में गए थे. वहां टॉपर्स की लिस्ट देखकर उनके पिता ने हिमांशु से उस लिस्ट में नाम शामिल करने की इच्छा जताई. हालांकि वापस लौटते वक्त एक दुखद एक्सीडेंट में उनकी पिता की मौत हो गई. इसके कुछ महीनों बाद उनके भाई की भी मौत हो गई. जैसे तैसे हिमांशु ने इन हादसों से खुद को संभाला. इसके बाद उन्होंने मन लगाकर पढ़ाई की. उन्होंने यूपीएससी 2018 में पहले ही प्रयास में 26वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया.More Related News