Hindu Temple: द्वारकाधीश मंदिर में दिन में 5 बार बदला जाता है ध्वज, जानें इससे जुड़ी रोचक बातें
ABP News
Dwarkadhish Temple: महाभारत काव्य में बताया गया है कि द्वारका भगवान श्री कृष्ण की राजधानी थी. बता दें कि ये शहर गुजरात में स्थित है. द्वारकाधीश मंदिर का निर्माण भगवान श्री कृष्ण के पोते ने करवाया है.
Dwarkadhish Temple: महाभारत काव्य में बताया गया है कि द्वारका भगवान श्री कृष्ण की राजधानी थी. बता दें कि ये शहर गुजरात में स्थित है. इतिहासकारों का मानना है कि द्वारकाधीश मंदिर का निर्माण भगवान श्री कृष्ण के पोते ने करवाया है. ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि ये मंदिर 2500 वर्ष पुराना है. ये द्वारका मंदिर आज समुद्र में समाहित है. और इस द्वारका नगरी में द्वारकाधीश मंदिर स्थित है.
बता दें कि मंदिर में दो मुख्य प्रवेश द्वार हैं. मुख्य प्रवेश द्वार को मोक्ष द्वार और दूसरे को स्वर्ग द्वार कहा जाता है. मंदिर 5 मंजिला बना हुआ है. मंदिर का स्तंभ 78.3 मीटर ऊंची है. इस बात को बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि यहां मंदिर का ध्वज दिन में 5 बार बदला जाता है. जिसका निश्चित समय है. इतना ही नहीं, इसकी खास बात यह है कि इस ध्वज को भक्तों द्वारा ही स्पॉन्सर किया जाता है. यानी भक्त पहले ही बुकिंग करवा लेते हैं.