Hariyali Teej : महादेव से पहले श्रीहरि विष्णु से तय हुआ था पार्वती का विवाह
ABP News
11 अगस्त को पड़ रहे हरियाली तीज व्रत की पौराणिक कथा रोचक होने के साथ विश्व को समर्पण की सीख देती है.
Hariyali teej : हरियाली तीज उत्सव पूरे भारत में भगवान शंकर, मां पार्वती के पुनर्मिलन के मौके पर मनाया जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार मां पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था, जिसके बाद पार्वती को शिवजी पति के रूप में मिले, लेकिन नारदजी की मध्यस्थता के चलते पिता पर्वतराज हिमालय ने श्रीहरि विष्णु से उनका विवाह तय कर दिया था. खुद विष्णुजी ने भी पर्वतराज की ऐसी मंशा जानकर विवाह के लिए हामी भर दी थी. मगर नियति पहले से तय थी, ऐसे में शिवजी को पति के रूप में नहीं पाते देखकर पार्वती ने एक बार फिर कठोर तप शुरू किया और इस बार खुद महादेव को आकर उन्हें विवाह के लिए हामी भरनी पड़ी. पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्होंने यह वरदान दे डाला कि पार्वती की तरह जो भी स्त्री इस व्रत को पूरी निष्ठा से पूरा करेगी, उसे पार्वती की तरह की मनोवांछित फल मिलेगा.More Related News