Happiness Report 2021: फिनलैंड चौथी बार बना दुनिया का सबसे खुशहाल देश, भारत से आगे पाकिस्तान
AajTak
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी का ये स्तर भी लोगों की उम्मीद और उत्साह को हिला नहीं पाया. 'वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2021' के एडिटर्स ने पाया कि कोरोना की तबाही की बावजूद लोगों की खुशहाल जिंदगी कम प्रभावित हुई है.
कोरोना वायरस ने साल 2020 पूरी तरह तबाह कर दिया. ये एन्जाइटी, डिप्रेशन, अकेलापन, लॉकडाउन, बीमारी और मौत का साल था. लेकिन शुक्रवार को जारी 149 देशों की वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी का ये स्तर भी लोगों की उम्मीद और उत्साह को हिला नहीं पाया. 'वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2021' के एडिटर्स ने पाया कि कई देशों में कोरोना की तबाही के बावजूद लोगों की खुशहाल जिंदगी कम प्रभावित हुई है. यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन्स नेटवर्क द्वारा प्रायोजित 149 देशों की ये वार्षिक रिपोर्ट प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद, हेल्दी लाइफ एक्सपेक्टेंसी और नागरिकों की राय पर आधारित है. इस सर्वे में लोगों से 1-10 के स्केल पर कुछ सवाल पूछे गए थे. जैसे विपरीत परिस्थितियों में उन्हें कितना सोशल सपोर्ट मिला और उनके मुताबिक, लोग कितने भ्रष्ट और कितने उदार हैं. दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की इस सूची में पहले नौ पायदान पर यूरोपियन देशों का कब्जा है. लिस्ट में फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है. जबकि दूसरे पर डेनमार्क, तीसरे पर स्विट्जरैंड, चौथे पर आइसलैंड, पांचवें पर नीदरलैंड, छठे पर आइसलैंड, सातवें पर नॉर्वे, आठवें पर स्वीडन और नौवें पर लग्जमबर्ग है. न्यूजीलैंड अकेला ऐसा गैर-यूरोपियन देश है जिसने 10वें पायदान के साथ टॉप-10 में जगह बनाई है.Vivo ने भारत में 21 नवंबर को Vivo Y300 को लॉन्च किया था और आज इस हैंडसेट की पहले सेल शुरू होने जा रही है. इस हैंडसेट पर कई अच्छी डील्स और डिस्काउंट भी देखने को मिल रहे हैं. इस फोन में Snapdragon 4 Gen 2, 8GB Ram, 5,000mAh दी है. इसके साथ कंपनी ने बैंक ऑफर्स का भी ऐलान किया है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
फॉरेस्ट गार्ड्स की जिंदगी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है. जंगली जानवरों के बीच काम करने के कारण उन्हें हर पल अपनी जान का खतरा रहता है. बावजूद इसके, वे न केवल जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्य को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे दो फॉरेस्ट गार्ड्स ने अपनी सूझबूझ से टाइगर के हमले से खुद को बचाया.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या, कुल जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत है. यह समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का शिकार हो रहा है. हिंदू समुदाय के सदस्य कथित तौर पर लक्षित हत्याओं और हमलों का सामना कर रहे हैं. कई बार इन हमलों में मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इसके विरोध में चिन्मय प्रभु लड़ाई लड़ रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.