Hamas के कब्जे से छूटे कई विदेशी नागरिक, जंग के बीच मिस्र ने निभाई बड़ी भूमिका, पहली बार खोला Rafah Border
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Israel-Hamas War: इजरायल-हमास जंग के बीच पहली बार गाजा और मिस्र के बीच रफा बॉर्डर से इंसानों को निकलने की अनुमति दी गई है. कतर में हुई बैठक के बाद मिस्र ने विदेशी पासपोर्ट धारकों को गाजा से निकलकर मिस्र में दाखिल होने की इजाजत दे दी है. ऐसे नागरिकों का एक बैच मिस्र पहुंच भी गया है.
इजरायल-हमास जंग के बीच मिस्र ने एक बड़ा कदम उठाया है. अब तक गाजा में मानवीय सहायता भेजने के लिए खोली जा रही रफा बॉर्डर (Rafah Border) से गाजा में फंसे विदेशी नागरिकों का पहला बैच मिस्र पहुंच चुका है. दर्जनों लोगों के इस बैच में औरतें, बूढ़े और बच्चों से लेकर जवान लोग भी शामिल हैं. 26 दिन पहले (7 अक्टूबर को) शुरू हुई इजरायल-हमास जंग के बीच यह पहली बार है, जब मिस्र ने रफा बॉर्डर से लोगों को अपने देश में दाखिल होने की इजाजत दी है.
दरअसल, रफा बॉर्डर मिस्र और गाजा पट्टी के बीच एकमात्र क्रांसिंग पॉइंट है, जिसके जरिए गाजा से मिस्र और मिस्र से गाजा आसानी से आया और जाया जा सकता है. बता दें कि जंग शुरू होने के बाद मिस्र ने रफा क्रांसिंग से लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी थी. हालांकि, अलग-अलग देशों से गाजा के लिए मिस्र पहुंच रही मदद को यहां से भेजा जा रहा था.
इन लोगों को ही मिलेगी बॉर्डर क्रॉस करने की इजाजत
बताया जा रहा है कि इस तरह के समझौते के लिए कतर ने अमेरिका के साथ कॉर्डिनेट कर मिस्र, इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थता की है. इस समझौते के कारण ही गाजा से सीमित लोगों को निकालने की अनुमति दी गई है. समझौते के बारे में एजेंसी को बताते हुए सूत्रों ने दावा किया है कि इस समझौते के तहत सिर्फ विदेशी पासपोर्ट धारकों और गंभीर रूप से घायल लोगों को ही बॉर्डर क्रॉस करने की इजाजत दी जाएगी. हालांकि, कितने लोगों को निकाला जाएगा और यह कब तक जारी रहेगा इस बारे में कुछ नहीं बताया गया.
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