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Guru Purnima 2021: इन गुरुओं की उपासना से जुड़ा है गुरु पूर्णिमा का इतिहास
ABP News
Guru Purnima 2021: गुरु पूर्णिमा पर्व गुरुओं के नमन और उनके अपने प्रति निभाए गए उत्तरदायित्वों के प्रति निर्वहन का त्योहार है. आइए जानते हैं कि विभिन्न धर्मों में क्या है गुरु पूर्णिमा की महत्ता.
Guru Purnima 2021: गुरु पूर्णिमा मनाए जाने के हर संप्रदाय में कई मत है. दूसरा वह योग साधना और योग विद्या से संबंधित है. इसके अनुसार गुरु पूर्णिमा को ही शिवजी आदिगुरु यानी धरती के प्रथम गुरु बने. आज से करीब 15000 वर्ष पहले हिमालय में एक योगी का उदय हुआ. उनके बारे में किसी को कुछ नहीं पता था. मगर यह योगी कोई और नहीं, स्वयं भगवान शिव थे. साधारण दिखने वाले योगी का तेज और व्यक्तित्व असाधारण था. उन्हें देखने से जीवन का कोई लक्षण नहीं था. मगर कभी-कभी आंखों से परमानंद के आंसू जरूर बहा करते थे. लोगों को कुछ कारण समझ नहीं आता था. थककर वह धीरे-धीरे जाने लगे, मगर सात दृढ़ निश्चयी लोग रुके रहे. जब शिव ने आंखें खोली तो उन सात लोगों ने जानना चाहा. उन्हें क्या हुआ था और स्वयं भी वह परमानंद अनुभव करना चाहा, लेकिन शिव ने उनकी बात पर ध्यान नहीं देते हुए कहा कि अभी इस अनुभव के लिए परिपक्व नहीं है.More Related News