Garuda Purana: पितरों तक कैसे पहुंचता है श्राद्ध का भोजन? यहां जानें तर्पण के नियम
ABP News
हिंदू धर्म में पितरों की तृप्ति के लिए पिंडदान और श्राद्ध करने की परंपरा है. पितरों का ऋण उतारने के लिए पितृ पक्ष में तर्पण किया जाता है. आइये जानें पिंडदान और श्राद्ध कर्म में दी गई चीजें पितरों तक कैसे पहुंचती हैं.
Pitru Paksh 2021 Tarpan Pind Daan: सनातन धर्म में जीवन जीने के कई नियमों के साथ –साथ मृत्यु और मृत्यु के बाद आत्मा की शांति के लिए भी नियम बताये गए हैं. मृत्यु के बाद किये जानें वाले कर्म में तर्पण और श्राद्ध है. हिंदू धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि तर्पण और श्राद्ध से पितरों की तृप्ति होती है. पितरों को जल दान देने को तर्पण कहा जाता है. हिंदू शास्त्रों की मान्यताओं के अनुसार जो परिजन अपने शरीर छोड़कर जा चुके हैं, वे चाहे किसी भी लोक में क्यों न हों, तर्पण से उन्हें तृप्ति मिलती है. इसके अलावा पितरों का ऋण उतारने के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म किया जाता है.More Related News