Garuda Purana: परिवार के लोगों के बीच बहस और कलेश का कारण बनती हैं ये 3 आदतें, समय रहते कर लें बदलाव
ABP News
Garuda Purana: गुरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख उसके कर्मों के कारण होते हैं. व्यक्ति के कर्मों का प्रभाव उसके जीवन में जीवित रहते हुए, मरने के बाद और अगले जन्म तक बना रहता है.
Garuda Purana Life Lesson: गुरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख उसके कर्मों के कारण होते हैं. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि व्यक्ति के कर्मों का प्रभाव उसके जीवन में जीवित रहते हुए, मरने के बाद और अगले जन्म तक बना रहता है. हिंदू धर्म में 18 पुराणों में से गरुड़ पुराण भी एक है. ये बेहतर तरीके से जीने का मार्गदर्शन करती है. जीवन में हमें क्या करना चाहिए, क्या नहीं, कैसा व्यवहार करना चाहिए आदि के बारे में गरुड़ पुराण में बताया गया है. परिवार में कई लोग रहते हैं और सभी का व्यवहार एक-दूसरे से अलग होता है, लेकिन फिर भी वे प्रेम के साथ रहते हैं. लेकिन वहीं, दूसरे परिवारों में बहस और कलेश की स्थिति बनी रहती है. ऐसे लोगों में जरा सी भी सहनशीलता नहीं होती. गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसी स्थिति की जिम्मेदार हमारी गलत आदतें होती हैं. इन आदतों का संबंध घर के माहौल से नहीं होता.
लोगों की ये गलत आदतें घर में नकारात्मक स्थितियां पैदा करती हैं, जिसके कारण परिवार के लोगों में आपसी कलेश बना रहता है और स्वभाव में गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है. ऐसे में इन आदतों में सुधार करना जरूरी है. आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में जो घर का सुख, चैन छीन लेती हैं.