Ganesh Chaturthi 2021: गणेश जी के अष्ट विनायक रूपों में से बप्पा का ये रूप है सबसे मंगलकारी, इनकी उपासना से दूर हो जाते हैं सभी संकट
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पंचाग (hindu calander) के अनुसार भाद्रपद मास (bhadrapad month) के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन गणेश जी (ganesh ji) की स्थापना की जाती है. इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी.
Ganesh Chaturthi 2021 Date: पंचाग (hindu calander) के अनुसार भाद्रपद मास (bhadrapad month) के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन गणेश जी (ganesh ji) की स्थापना की जाती है. इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. 19 सितंबर को अन्नत चतु्र्दशी के दिन गणेश विसर्जन होता है. वैसे तो गणेश जी के अष्ट रूपों की पूजा की जाती है लेकिन गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) पर लोग भगवान के सिद्धि विनायक (sidhi vinayak roop) रुप को पूजते हैं. कहते हैं गणेश जी का सिद्धि विनायक रूप ज्यादा मंगलकारी है. आइए जानते हैं सिद्धि विनायक क्यों हैं ज्यादा मंगलकारी- सिद्धि विनायक हैं ज्यादा मंगलकारी (Sidhi Vinayak is more auspicious)वैसे तो गणेश जी के कई अवतार हैं, लेकिन इनमें से गणपति (ganpati) के आठ अवतार ज्यादा प्रसिद्ध हैं. इन्हें अष्ट विनायक के नाम से भी जाना जाता है. लेकिन इनमें से सिद्धि विनायक रुप को ज्यादा मंगलकारी माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार सिद्धटेक नामक पर्वत पर इनका प्राकटय होने के कारण इनको सिद्धि विनायक के नाम से जाना जाता है. कहते हैं गणपित के सिर्फ इसी रूप की उपासना करने भर से हर संकट और बाधाएं दूर हो जाती हैं. गणपति को विघ्नहरन के नाम से भी जाना जाता है. कहते हैं कि सृष्टि निर्माण से पहले ही सिद्धटेक पर्वक पर भगवान विष्णु (lord vishnu) ने भी सिद्धि विनायक की उपासना की थी. तब ब्रह्मा जी (brahma ji) बिना किसी विघ्न के सृष्टि की रचना कर पाए थे.More Related News