G20: दिल्ली में लगाए गए शिवलिंग के आकार के फव्वारों पर क्यों मचा है हंगामा?
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G20 के लिए राजधानी में लगाए शिवलिंग के आकार के पानी के फव्वारों पर विवाद बढ़ गया है. अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा है कि ये शिवलिंग दरअसल राजस्थान के कारीगरों द्वारा बनाई गई शिल्पकृतियां हैं. ये शिवलिंग नहीं है. अगर अब किसी को इन फव्वारों में शिवलिंग नजर आता है तो अच्छी बात है. मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए.
दिल्ली में नौ और दस सितंबर को होने जा रहे G20 सम्मेलन के लिए राजधानी का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. ऐसे में राजधानी में शिवलिंग के आकार के पानी के फव्वारे (Fountain) लगाए गए हैं. लेकिन अब इन्हीं फव्वारों को लेकर ही विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर आरोप लगाते हुए उसे इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. जबकि आम आदमी पार्टी ने शिवलिंग के अपमान के लिए बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया है.
लेकिन अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि ये शिवलिंग दरअसल राजस्थान के कारीगरों द्वारा बनाई गई शिल्पकृतियां हैं. ये शिवलिंग नहीं है. हमारे देश में नदियों और पेड़ों की पूजा की जाती है. अगर अब किसी को इन फव्वारों में शिवलिंग नजर आता है तो अच्छी बात है. मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए.
बता दें कि आम आदमी पार्टी का कहना है कि हम लोग शिवलिंग की पूजा करते हैं और इन पर साफ और स्वच्छ जल से अभिषेक होता है लेकिन उपराज्यपाल सौंदर्यीकरण के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
एलजी ने जो किया वो पाप है
इस मामले पर आम आदमी पार्टी अब उपराज्यपाल और बीजेपी पर हमलावर हो गई है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर मामले में एफआईआर दर्ज क्यों नहीं हो रही है? आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि शिवलिंग फाउंटेन के मुद्दे पर बीजेपी ने दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी लेकिन जैसे ही पता चला कि यह सब उपराज्यपाल के निर्देश पर हुआ है तब अचानक सबने चुप्पी साध ली.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की है कि वह इस मामले में उपराज्यपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें. उन्होंने कहा कि दिल्ली में एनजीटी के आदेश के तहत फुव्वारों में साफ पानी का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता बल्कि उसकी जगह सीवेज के पानी का इस्तेमाल होता है ऐसे में उपराज्यपाल ने जो किया है वह पाप है और उसके लिए उनको माफी मांगनी चाहिए.
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