
Farrukhabad Sadar Assembly Seat: बीजेपी-कांग्रेस की होती थी टक्कर, 1997 की एक हत्या से बदल गया समीकरण
AajTak
फर्रुखाबाद विधानसभा सीट: मौजूदा दौर में फर्रुखाबाद सदर सीट पर बीजेपी का कब्ज़ा है. यहां से मेजर सुनील दत्त द्विवेदी विधायक हैं. फर्रुखाबाद सदर सीट पर 1951 से लेकर अब तक अधिकांश बार इस सीट पर कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की है.
फर्रुखाबाद जनपद का राजनीतिक इतिहास काफी पुराना है. यह क्षेत्र कांग्रेस से लेकर समाजवादियों तक का गढ़ रहा है. फर्रुखाबाद, समाजवादी नायक राममनोहर लोहिया की कर्मस्थली भी रही है. वो यहां से सांसद भी रहे थे. वहीं पूर्व राष्ट्रपति डॉ ज़ाकिर हुसैन व राष्ट्रीय कवियत्री महादेवी वर्मा की जन्मस्थली भी है. फर्रुखाबाद जनपद में चार विधानसभाएं हैं. फर्रुखाबाद सदर, भोजपुर, अमृतपुर व कायमगंज(सु). यहां हम जानेंगे फर्रुखाबाद सदर सीट का हाल. मौजूदा दौर में फर्रुखाबाद सदर सीट पर बीजेपी का कब्ज़ा है. यहां से मेजर सुनील दत्त द्विवेदी विधायक हैं. फर्रुखाबाद सदर सीट पर 1951 से लेकर अब तक अधिकांश बार इस सीट पर कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की है. यहां कांग्रेस का सीधा मुकाबला जनसंघ व भारतीय जनता पार्टी से ही रहा है. लेकिन मंडल की राजनीति के बाद से कांग्रेस कमज़ोर पड़ी और समाजवादी पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई.More Related News

आम आदमी पार्टी हाल में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में 62 सीटों से नीचे गिरकर 22 सीटों पर आ गई. पार्टी के बड़े-बड़े धुरंधर जिनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती शामिल हैं, चुनाव हार गए. लेकिन कालकाजी में काफी कड़े मुकाबले में आतिशी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को हराने में सफलता पाई.