
Explained: एयर इंडिया और सरकार के बीच हुई डील के क्या हैं मायने, क्या लौटेंगे 'महाराजा' के शाही दिन?
ABP News
एयर इंडिया के वापस टाटा ग्रुप के पास लौटने की कहानी थोड़ी लंबी है, इस कहानी के किरदारों में 3 प्रधानमंत्री 10 नागरिक उड्डयन मंत्री और 21 साल का इंतजार शामिल हैं.
नई दिल्ली: कभी दुनिया की सबसे शानदार एयरलाइंस में शुमार रही एयर इंडिया का लेकिन पिछले कुछ सालों में भट्टा बैठ गया. एयर इंडियाजिसमें सफर करना कभी शान की बात होती थी, वो एयर इंडिया कर्ज में ऐसी डूबी कि उसकी साख खत्म हो गई. पिछले कई साल से सरकार इस कोशिश में थी कि एयर इंडिया को प्राइवेट हाथों में दे दिया जाए. लेकिन इस कोशिश में कामयाबी नहीं मिली. अब आखिरकार टाटा ग्रुप ने इसे खरीद लिया है.
टाटा ग्रुप ने सबसे ज्यादा बोली लगाकर एक बार फिर अपनी उस कंपनी को अपना लिया, जिसे कभी सरकार ने छीन लिया था. आज हम आपको बताएंगे कि एयर इंडिया और सरकार के बीच हुई डील से क्या हैं मायने, क्या लौटेंगे 'महाराजा' के शाही दिन? और आखिरकार महाराजा के वापस टाटा के पास लौटने में 68 साल क्यों लग गए.