Exclusive: हाईजैक भारतीय विमान आईसी 814 के कैप्टन का दर्द- 20 साल बाद भी वैसा ही है तालिबान
ABP News
Exclusive: हाईजैक भारतीय विमान आईसी 814 के कैप्टन ने कहा है कि 20 साल बाद भी तालिबान वैसा ही है जैसा 1999 में कंधार हाईजैक के दौरान दिखा था.
अफ़गानिस्तान तालिबान पर कब्ज़ा चुका है. लगातार जो तस्वीर सामने आ रही है वह तालिबान के ज़ुल्म की कहानी बयां कर रही है और इसी वजह से लोग अफगानिस्तान से निकलकर दूसरे देशों की तरफ भाग रहे हैं. लेकिन भारत का तालिबानी आतंकियों से पहला एनकाउंटर अब से करीब 22 साल पहले हुआ था. साल 1999 में जब आईसी 814 को आतंकियों ने हाईजैक कर अफगानिस्तान के कंधार में उतारा तो उन आतंकियों को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी थी तालिबानी आतंकियों के कंधों पर. आज भी वह तस्वीरें डराती है लेकिन क्या कुछ हुआ था साल 1999 में कंधार हाईजैक के दौरान इस बारे में आईसी 814 को उड़ाने वाले कैप्टन देवी शरण ने अपनी यादें ताजा की. कैप्टन देवी शरण के मुताबिक साल 1999 के तालिबान और आज के तालिबान में कोई खास अंतर नहीं दिखता. कैप्टन देवी शरण आईसी 814 जहाज के कप्तान थे. आतंकियों ने जब IC 814 को हाईजैक किया तो उस दौरान कैप्टन देवी शरण के गर्दन पर हथियार से हमला कर कर उनसे जहाज को कंधार की तरफ ले जाने को कहा. पैसेंजर्स की जान को खतरा देखते हुए कैप्टन ने एटीसी से संपर्क साधा और जहाज को कंधार की तरफ ले गए. कंधार पहुंचने पर उनके सामने जो तस्वीरें आई उसने पहली बार खूंखार तालिबान का चेहरा दुनिया के सामने लाया.More Related News