
Exclusive: क्या छीन ली जाएगी मस्जिदें और कब्रिस्तान, जानें वक्फ बिल पर जगदंबिका पाल ने क्या बताया?
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वक्फ संपत्ति संशोधन विधेयक को लेकर मुस्लिम समुदाय में फैली भ्रांतियों पर जेपीसी चेयरपर्सन ने स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिदें या कब्रिस्तान नहीं छीने जाएंगे और यह अफवाह है। संशोधन का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन और पारदर्शिता लाना है। उन्होंने बताया कि वक्फ बोर्ड एक धार्मिक संस्था नहीं बल्कि सरकारी निकाय है, जिसमें गैर-मुस्लिम अधिकारी भी हो सकते हैं।

याचिका में उन्होंने तर्क दिया है कि यह संशोधन संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार), अनुच्छेद 25 (धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार) और अनुच्छेद 26 (धार्मिक संस्थाओं को स्वतंत्रता) का उल्लंघन करता है. याचिका में यह भी कहा गया है कि इस कानून के तहत वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन अब राजनीतिक हस्तक्षेप के अधीन हो सकता है, जिससे मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सांस्कृतिक स्वायत्तता प्रभावित होगी.

दिल्ली यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल दीवारों पर गोबर लगाते हुए वीडियो में नजर आईं. उन्होंने बताया कि यह एक रिसर्च प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसका मकसद गर्मियों में कक्षाओं को प्राकृतिक तरीके से ठंडा रखना है. यह प्रयोग सी ब्लॉक के पोर्टा कैबिन्स में किया जा रहा है. मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

वक्फ कानून पर जबरदस्त हंगामा बरपा है. एक तरफ वक्फ के विरोध में बयानबाजियां हो रही हैं तो दूसरी ओर वक्फ कानून के फायदे गिनाए जा रहे हैं. दोनों तरफ से ताबड़तोड़ जुबानी जंग है. कानून के विरोध में असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा मोर्चा खोल रखा है. 19 अप्रैल को वो कानून के विरोध में बड़ी जनसभा करेंगे. देखें विशेष.