
Exclusive: एलजेपी नेता चिराग पासवान का छलका दर्द, कहा- चाचा ने मेरी पीठ पर खंजर घोंपा
ABP News
चिराग पासवान ने कहा कि मुझसे सिर्फ पांच सांसद और चार नेता अलग हुए हैं. पशुपति कुमार पारस का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि मैं जिनकी गोद में खेला उन्होंने हाथ खींच लिए.
नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी में फूट के बाद पार्टी दो गुटों में बंट गई है. चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस दोनों के ही अपने अपने दावे हैं. इस बीच एलजेपी नेता चिराग पासवान ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आखिर तक चाचा (पशुपति कुमार पारस) के दरवाजे पर खड़ा रहा. मेरी मां ने भी उन्हें छोटे भाई की तरह प्यार दिया. चिराग पासवान ने कहा कि अगर चाचा को केंद्र में मंत्री बनना था तो वो मुझे बता सकते थे. मैं खुद प्रधानमंत्री जी के पास ये मांग लेकर जाता. एक बार वो कह देते तो मैं उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देता. मैंने आखिरी तक पार्टी को बचाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि बिहार में अकेले चुनाव लड़ना पापा (राम विलास पासवान) की इच्छा थी. मैंने सबकी सहमति से ये फैसला लिया. एलजेपी की उस बैठक में पशुपति कुमार पारस भी मौजूद थे.More Related News