Exclusive: आलोक ने मुझे बचपन से पाला है... SDM ज्योति मौर्य का पति पर तंज, पत्नियों को वापस बुलाने वालों को दिया ये मैसेज
AajTak
SDM ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक का मामला सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. कई जगहों से ऐसी भी खबरें आईं कि पति अब अपनी पत्नी को आगे पढ़ाना नहीं चाहते, उन्हें डर है कि वो भी अफसर बनने के बाद ज्योति की तरह ही उन्हें छोड़ देंगी.
उत्तर प्रदेश में एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच शुरू हुए विवाद की कहानी सोशल मीडिया पर छाई हुई है. आलोक का कहना है कि ज्योति ने पति-पत्नी के रिश्ते में धोखा किया है. उनका आरोप है कि उच्च पद पर जाने के बाद ज्योति ने उनसे किनारा कर लिया. मीडिया के साथ एक व्हाट्सएप चैट शेयर करते हुए आलोक ने ज्योति का एक दूसरे अधिकारी के साथ अफेयर होने का आरोप लगाया है. चैट में ज्योति और एक दूसरे अधिकारी के बीच बातचीत देखी जा सकती है. जिसके बाद से लोग आलोक के प्रति सहानुभूति दिखा रहे हैं, तो दूसरी तरफ ज्योति पर 'बेवफाई' का आरोप लगाया जा रहा है.
हालांकि एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक के बीच का विवाद अब कोर्ट पहुंच चुका है. लेकिन दोनों के बीच चल रहे इस मामले ने ऐसा असर डाला है कि कई पति अपनी पत्नियों को अब अफसर नहीं बनाना चाहते हैं. जिसके चलते कुछ ऐसी ख़बरें भी सामने आई हैं कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही पत्नियों की पढ़ाई पर उनके पतियों ने विराम लगा दिया. ताजा मामला बक्सर का है जहां पिंटू नाम के एक शख्स ने अपनी पत्नी की कोचिंग छुड़वा कर वापस बुलाया तो उनकी पत्नी का कहना था कि मैं ज्योति मौर्य नहीं बनूंगी, धोखा नहीं दूंगी, मुझे पढ़ने दिया जाए. ऐसी ही तमाम ख़बरों और आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब ज्योति मौर्य ने आजतक से ख़ास बातचीत की है.
आजतक के साथ ख़ास बातचीत में ज्योति ने कहा कि मैं बस इतना ही कहूंगी कि ये मेरा निजी मामला है. मुझे इसे पब्लिक या सोशल मीडिया पर लेकर नहीं जाना है. मैंने कानूनी तरीके से तलाक के लिए अर्जी दी है. कोर्ट में मामला चल रहा है और मेरा स्टैंड वही है. वहीं इस पूरे मामले के बाद सामाजिक असर और दो लोगों के रिश्ते में अविश्वास पनपने की बात को लेकर ज्योति ने कहा कि मैं जिस पद पर हूं, उससे जहां भी जरूरत पड़े मैं महिलाओं के लिए बोलती हूं, काम करती हूं. ज्योति ने आगे कहा कि सरकारी अधिकारी होने के नाते मैं अपील करूंगी कि महिलाओं को भी आगे बढ़ने का, पढ़ने का अधिकार है. उन्हें पढ़ने दिया जाए. इसका कोई सवाल ही नहीं है कि कोई उन्हें पढ़ने देगा या नहीं देगा. ये उनका संवैधानिक अधिकार भी है. बराबरी का हक है. बिलकुल पढ़ेंगी भी और आगे भी बढ़ेंगी महिलाएं. उन्होंने महिलाओं के लिए आगे कहा, 'अगर महिलाएं कुछ करना चाहिए हैं, तो वो करेंगी. उनका अधिकार है. बेशक करेंगी.'अफेयर के आरोप पर क्या बोलीं ज्योति?
ज्योति ने अफेयर के आरोपों को लेकर पूछे जाने वाले सवाल पर कहा कि ये उनका निजी मामला है. और कोर्ट में केस चल रहा है. उन्होंने 2010 के बाद से आलोक द्वारा सहयोग नहीं किए जाने के सवाल पर कहा कि मैंने ऐसा तो नहीं कहा. ये पति पत्नी के बीच का मामला है. वैसे भी आलोक के ये सब कहने से पहले ही मामला कोर्ट में है. जो आलोक कह रहे हैं उन्हें कहने दें. मुझे कोई कहानी नहीं बतानी.
वायरल वीडियोज पर क्या बोलीं ज्योति?
उनसे पूछा गया कि जो वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किए गए हैं, उन पर आप क्या कहेंगी? ज्योति ने कहा, 'मैं इस पर सोशली कुछ भी नहीं कहूंगी. हमें अगर न्याय चाहिए, कुछ चाहिए तो उसके लिए संस्थाएं बनी हैं न. न्यायिक संस्थाएं हैं, पुलिस है.'
दिल्ली विधानसभा चुनाव सामने हैं, इस बीच दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के नतीजों कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई की प्रेसीडेंट पद पर जीत हो चुकी है. इन नतीजों को राजनीतिक विश्लेषक किस नजर से देखते हैं, क्या इनका असर विधानसभा के चुनाव के नतीजों पर भी दिखेगा, आइए यहां इसका पूरा गणित समझते हैं.
Vivo ने भारत में 21 नवंबर को Vivo Y300 को लॉन्च किया था और आज इस हैंडसेट की पहले सेल शुरू होने जा रही है. इस हैंडसेट पर कई अच्छी डील्स और डिस्काउंट भी देखने को मिल रहे हैं. इस फोन में Snapdragon 4 Gen 2, 8GB Ram, 5,000mAh दी है. इसके साथ कंपनी ने बैंक ऑफर्स का भी ऐलान किया है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
फॉरेस्ट गार्ड्स की जिंदगी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है. जंगली जानवरों के बीच काम करने के कारण उन्हें हर पल अपनी जान का खतरा रहता है. बावजूद इसके, वे न केवल जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्य को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे दो फॉरेस्ट गार्ड्स ने अपनी सूझबूझ से टाइगर के हमले से खुद को बचाया.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या, कुल जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत है. यह समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का शिकार हो रहा है. हिंदू समुदाय के सदस्य कथित तौर पर लक्षित हत्याओं और हमलों का सामना कर रहे हैं. कई बार इन हमलों में मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इसके विरोध में चिन्मय प्रभु लड़ाई लड़ रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.