
Dussehra 2021: आज दशहरे पर रावण के पुतले का अवशेष जरूर लाएं अपने घर, होगा चमत्कारिक लाभ
ABP News
Vijay Dashmi Puja: दशहरा पूजा के दौरान रावण का पुतला जलाने की प्रथा है. इस पुतले की राख घर में लाने से सुख-समृद्धि बनी रहने की मान्यता है.
Dussehra Puja Ke Upay: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि के बाद विजय दशमी का विशेष महत्व होता है. इस दिन दशहरा पूजा के दौरान असत्य और अधर्म के प्रतीक रावण का पुतला जलाया जाता है. लोग पुतले की राख को घर लाते हैं. कहा जाता है कि पुतले की राख घर लाने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है. इस दिन नए कार्यों की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है. दशहरा के पर्व पर शस्त्र पूजन का भी विधान है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार लंकापति रावण के वध और लंका विजय के प्रमाण स्वरूप राम की सेना ने लंका की राख अपने साथ लाई थी. इसी समय से रावण के पुतले की राख को घर लाने का चलन शुरू हुआ.
कहा जाता है कि सोने की लंका का निर्माण धनपति कुबेर ने की थी. इसलिए लंका की राख तिजोरी में रखने से तिजोरी में कुबेर का वास होता है. घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है. धन का आगमन होता है. इसी कारण से लोग विजय दशमी के दिन रावण के पुतले के दहन के बाद उनकी अस्थियों के अवशेष या राख लाकर घर में रखते हैं. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता.