DNA ANALYSIS: तालिबान ने महिलाओं को दिखाए तेवर, झूठा आजादी का ख्वाब; सच्चाई बुर्का और हिजाब
Zee News
तालिबान (Taliban) भले ही महिलाओं को आजादी दिए जाने की बात कह रहा है लेकिन इसकी शर्त ये है कि ये आजादी इस्लाम के हिसाब से मिलेगी. यानी देर सवेर महिलाओं को शरिया कानून मानने ही होंगे और जो नहीं मानेगा उसकी हत्या कर दी जाएगी. तालिबान का खौफ अफगानिस्तान की महिलाओं में साफ देखा जा सकता है.
नई दिल्ली: तालिबान (Taliban) ने कल कहा था कि इस बार के उसके शासन में महिलाओं को ज्यादा आजादी और इस्लाम के मुताबिक अधिकार दिए जाएंगे, लेकिन कुछ ही घंटों में तालिबान एक्सपोज हो गया. वहां एक महिला को सिर नहीं ढंकने पर मार दिया गया. इन हालातों से एक बार फिर वहां की महिलाओं को लेकर चिंता लाजमी है. अफगानिस्तान (Afghanistan) के बल्ख प्रांत की महिला गवर्नर सलीमा मजारी को तालिबान के आतंकवादियों ने बन्धक बना लिया है. सलीमा मजारी ने कुछ दिन पहले कहा था कि वो तालिबान के डर से अफगानिस्तान छोड़ कर कहीं नहीं जाएंगी. लेकिन उन्हें दुनिया ने अकेला छोड़ा दिया और अब कोई नहीं जानता कि वो जिन्दा हैं या उन्हें मार दिया गया. वहीं आज तालिबान ने अफगानिस्तान में एक महिला की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने अपने घर से बाहर निकलते वक्त हिजाब नहीं पहना था. इससे पता चलता है कि तालिबान का शासन आने से अफगानिस्तान में महिलाओं का दमन बढ़ जाएगा और उनकी हत्याएं होंगी.More Related News