Dhoulpur:महिला आयोग की अध्यक्ष ने गैंगरेप पीड़िता से की मुलाकात, आरोपियों को जल्द पकड़ने के आदेश
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राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज सोमवार को धौलपुर पहुंची और पीड़ित महिला से बातचीत की. इसके बाद उन्होंने कहा कि मामले की हर एंगल से जांच हो रही है, दोषी पाने वाले आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.
राजस्थान के धौलपुर जिले में दलित महिला से गैंगरेप के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया. सोमवार को राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज धौलपुर पहुंची. रियाज ने पीड़ित महिला के गांव पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया. घटनास्थल का मुआयना करने के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने पीड़ित महिला से बातचीत की. रियाज ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से मामले की जानकारी लेकर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार और पीड़ित महिला को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए.
वहीं, महिला आयोग की अध्यक्ष रियाज ने बताया कि घटना को लेकर पीड़िता के अलावा जिला कलेक्टर और एसपी से मामले की जानकारी ली गई है. मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है. दोषी पाने वाले आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. महिला आयोग की अध्यक्ष ने सर्किट हाउस में कलेक्टर और एसपी के साथ बैठक कर मामले के सभी तथ्य जुटाएं. घटना को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि हर एंगल से इस मामले की जांच की जा रही है. घटना को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामले की कलेक्टर की निगरानी में जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने बताया कि जांच में सामने आया है कि महिला के साथ गैंगरेप की घटना नहीं हुई हैं. उसके साथ मारपीट की गई हैं. मामले में 6 आरोपी हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिश दी जा रही हैं. उन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा.
दरअसल, कंचनपुर के एक गांव की महिला ने लालू ठाकुर,धन सिंह ठाकुर,विपिन ठाकुर,मोहित ठाकुर,सचिन ठाकुर और लोकेंद्र सिंह ठाकुर के खिलाफ 16 मार्च को मामला दर्ज कराया. 15 मार्च शाम 6 बजे अपने पति के साथ खेत से घर लौट रही पीड़ित महिला के साथ नामजद आरोपियों ने मारपीट की ओर दुष्कर्म किया. इसकी शिकायत पीड़ित ने कंचनपुर थाने में दर्ज कराई. पीड़िता ने बताया कि उसके पति को देसी कट्टे की बट से मारा. इसके बाद आरोपियों ने कथित तौर पर उसके बच्चों के सामने कट्टे की नोक पर सामूहिक दुष्कर्म किया. बताया जाता है कि आरोपी और महिला एक ही गांव के रहने वाले हैं. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पीड़ित महिला ने पहले भी कुछ आरोपियों के खिलाफ मारपीट और अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम एवं छेड़छाड़ के कई मामले दर्ज कराए थे.
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