Delhi: मौत के 2 साल बाद हुआ पोस्टमार्टम, अभी भी अनसुलझा है ये केस
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दिल्ली पुलिस ने करीब 2 साल बाद 11 मार्च 2022 को मेडिकल बोर्ड के जरिए लाश का पोस्टमार्टम करवाया. बड़ी मुश्किलों के बाद मृतक की पहचान सिकंदर के तौर पर हुई जो नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के चांद बाग का रहने वाला था. परिवार को लाश सौंप दी गई जहां परिवार ने उसका अंतिम संस्कार किया.
राजधानी दिल्ली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां दिल्ली पुलिस ने करीब दो साल बाद एक लाश का पोस्टमार्टम करवाया. इसके अलावा कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने IPC की धारा 304 का मुकदमा भी दर्ज किया. दरअसल, दिल्ली के खजूरी खास इलाके में दंगों के दौरान 27 फरवरी 2020 को 45 साल का एक शख्स अचेत अवस्था में मिला और जब उसको अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.
मृतक की शिनाख्त के लिए उसका कोई भी परिजन पुलिस के पास नहीं पहुंचा. पुलिस ने अपने स्तर पर भी इसकी पहचान करने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी. करीब 2 साल बाद 11 मार्च 2022 को मेडिकल बोर्ड के जरिए लाश का पोस्टमार्टम किया गया. बड़ी मुश्किलों के बाद मृतक की पहचान सिकंदर के तौर पर हुई जो नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के चांद बाग का रहने वाला था. परिवार को लाश सौंप दी गई जहां परिवार ने उसका अंतिम संस्कार किया.
मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि सांस रुक जाने की वजह से उसकी मौत हुई थी. शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला. लेकिन परिवार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और सभी तथ्य कोर्ट के सामने रखे. कोर्ट ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. फिर 19 अक्टूबर 2022 को पुलिस ने खजूरी खास थाने में IPC की धारा 304 के तहत केस दर्ज किया. पुलिस की अभी तक की जांच के मुताबिक, दंगों से इसका कोई संबंध नहीं पाया गया है और आगे की जांच की जा रही है.
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