Covishield के दूसरे टीके के समय में बदलाव के पीछे क्या है वजह? कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन की NDTV से खास बातचीत
NDTV India
कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर एन के अरोड़ा ने कहा कि अगर मैं 1 महीने बढ़ा देता हूं तो कितना फर्क पड़ेगा? 4-6 करोड़ डोजेज का फर्क पड़ेगा. वो भी देना तो है ही पर 1 महीने बाद दूंगा बस इतना ही फर्क है. टीके की कमी इस वजह से पूरी नहीं होती. गैप बढ़ाने से फायदा ज्यादा है.
कोविशील्ड (Covishield) के दूसरे टीके के समय में बदलाव को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. आखिर कोविशील्ड के दूसरे टीके के समय में बदलाव क्यों? 12 से 16 हफ्ते करने के पीछे वजह क्या है? जिन्होंने कोविशील्ड की दूसरी डोज कम अंतराल पर ली क्या उनको घबराने की जरूरत? कोरोना संक्रमित होने के बाद शरीर में एंटीबॉडी कब तक मौजूद रहता है? इन तमाम सवालों के जवाब जानने की कोशिश कि हमारे संवाददाता परिमल कुमार ने नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन के सदस्य और एडवर्स इवेंट्स फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन के नेशनल एडवाइजर डॉक्टर एन.के. अरोड़ा से. वह कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन भी हैं. उन्होंने कहा कि कोविशील्ड के दो डोज के बीच का अंतराल बढ़ाने से अच्छे नतीजे मिलेंगे.More Related News