COP28: अब तक हुए युद्धों से 15 गुना ज्यादा खतरनाक है प्रदूषण! पढ़ें- कौन सा देश सबसे ज्यादा कसूरवार
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दुबई में COP28 समिट शुरू हो चुकी, जिसमें हिस्सा लेने के लिए ज्यादातर देशों के लीडर्स समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे हुए हैं. इस शिखर सम्मेलन का काफी हल्ला है, हालांकि इसका राजनीति और आर्मी पावर से कोई लेना-देना नहीं, बल्कि ये क्लाइमेंट चेंज पर फैसले लेता है. कॉप28 में यह भी देखा जाता है कि कौन से देश सबसे ज्यादा प्रदूषण फैला रहे हैं.
यूनाइटेड नेशन्स के क्लाइमेंट चेंज कॉफ्रेंस की सालाना बैठक दुबई में चल रही है. यहां जलवायु परिवर्तन पर बात करने की बजाए इस बार बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. माना जा रहा है कि चूंकि यहां करीब-करीब सारे देश मौजूद होंगे, इसलिए रूस-यूक्रेन युद्ध या हमास-इजरायल की लड़ाई पर भी बातचीत हो सकती है. हालांकि असल फोकस क्लाइमेट चेंज और ग्रीन हाउस गैसों को कम करने पर ही रहेगा.
क्या नया हुआ समिट में गुरुवार को बैठक के पहले दिन एक बड़ा एलान हुआ. इसमें लॉस एंड डैमेज फंड की बात हुई. ये मदद उन देशों तक पहुंचाई जाएगी, जहां क्लाइमेंट चेंज की वजह से आपदाएं आईं.
क्यों जरूरी है ये बैठक
ग्लोबल अलायंस ऑन हेल्थ एंड पॉल्यूशन के मुताबिक, दुनिया में अब तक हुए सारे युद्धों से 15 गुना ज्यादा, और AIDS, टीबी, मलेरिया जैसी बीमारियों से 3 गुना ज्यादा खतरनाक है पॉल्यूशन. प्रदूषित देशों में हो रही हर 4 में से 1 मौत की वजह प्रदूषण ही है. ऐसे में इसपर चर्चा और फैसले जरूरी हो चुके.
कौन सा देश सबसे ज्यादा प्रदूषण कर रहा
ग्लोबल पॉल्यूटर्स में चीन सबसे ऊपर है. ये देश अकेला ही कई देशों से ज्यादा पॉल्यूशन फैलाता है, यहां तक कि सेकंड नंबर पर सबसे ज्यादा प्रदूषण करने वाले देश अमेरिका का ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन भी इससे आधा से कम है. चीन से सालाना लगभग 13 बिलियन मैट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड पैदा होती है. साल 1850 से अब तक ये मुल्क करीब 3 सौ बिलियन टन जहरीली गैसें उत्सर्जित कर चुका.
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