Chhattisgarh: 'राजा' की मौत के बाद राज घराने में संपत्ति को लेकर बढ़ा विवाद, दो महलों को किया गया सील
ABP News
Chhattisgarh News: राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ पूर्व विधायक व स्वर्गीय राजा देवराज सिंह के मृत्यु के बाद संपत्ति का विवाद खड़ा हो गया है. ये विवाद उसके बच्चों और दूसरी पत्नी के बीच हुआ है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ पूर्व विधायक राजा देवराज सिंह के मौत के बाद अब राजघराने में संपत्ति का विवाद खड़ा हो गया है. विवाद को बढ़ता देख प्रशासन को इस मामले में दखल देने की जरूरत पड़ी है. प्रशासन ने दखल देते हुए राजघराने के दो महलों को सील कर दिया है. 30 दिसंबर को हुआ खोलने का प्रयासस्वर्गीय देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी विभा सिंह, देवव्रत सिंह के पुत्र आर्यव्रत सिंह व पुत्री शताक्षी सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है. इसी विवाद के बीच गत 30 दिसंबर को उदयपुर स्थित महल को खोलने की कवायद की गई थी. देर रात विवादों के बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस और उनकी गाड़ियों पर पथराव कर दिया था. जिसके बाद प्रशासन ने कड़ा फैसला लेते हुए उदयपुर के महल को 30 दिसंबर को ही सील कर दिया था. संपत्ति विवाद को देखते हुए खैरागढ़ स्थित कमल पैलेस को भी प्रशासन ने सील कर दिया है. बता दें कि कमरे में राजघराने की अमूल्य वस्तुए हैं. इस संबंध में खैरागढ़ तहसीलदार प्रीतम साहू का कहना है कि अनुविभागीय अधिकारी द्वारा जो निर्देश दिया गया था. उसका पालन करते हुए कमल पैलेस को सील किया गया है.
रायपुर में रह रहा परिवारखैरागढ़ के दोनों महल को प्रशासन ने विवाद को देखते हुए सील कर दिया है. सील होने के बाद स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह के बेटा और बेटी अपने नौकरों के साथ रायपुर के फ्लैट में रह रहे हैं. हालांकि प्रशासन ने कुछ जरूरी चीज बच्चों को ले जाने की अनुमति दी है. फिलहाल जब तक इस संपत्ति के विवाद का निपटारा नहीं होता तब तक लगता है कि स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह के बच्चों को रायपुर में ही रहना पड़ेगा.