Chhattisgarh: चोरी के सर्टिफिकेट से कर रही थी मरिजों का इलाज, ऐसे पकड़ी गई फर्जी महिला डॉक्टर
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छत्तीसगढ़ की सरगुजा पुलिस ने फर्जी महिला डॉक्टर का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बताया कि जिले के लखनपुर ब्लॉक अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य में पदस्थ डॉक्टर खुशबू साहू ने सन 2021 में इंटर्नशिप रायपुर एक निजी अस्पताल में की थी. इस दौरान डॉक्टर खुशबू का सर्टिफिकेट गुम हो गया. यह सर्टिफिकेट वर्षा वानखेड़े के हाथ लग गया और वह एक निजी अस्पताल में नौकरी करने लगी.
छत्तीसगढ़ की सरगुजा पुलिस ने फर्जी महिला डॉक्टर का पर्दाफाश किया है. जानकारी के मुताबिक महिला पिछले डेढ़ सालों किसी डॉक्टर के गुम हुए सर्टिफिकेट के आधार पर शहर के एक निजी अस्पताल में अपना नाम बदलकर चला रही थी. जब यह मामला पुलिस तक पहुंचा तो वह भी हैरान रह गई.
जानकारी के मुताबिक, जिले के लखनपुर ब्लॉक अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य में पदस्थ डॉक्टर खुशबू साहू ने सन 2021 में इंटर्नशिप रायपुर एक निजी अस्पताल में की थी. इस दौरान महिला डॉक्टर का सर्टिफिकेट गुम हो गया. जिसकी शिकायत रायपुर के थाने में दर्ज कराई थी. यह सर्टिफिकेट फर्जी डॉक्टर वर्षा वानखेड़े के हाथ लग गया और वह उसका गलत इस्तेमाल करने लगी.
महिला फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि डॉक्टर खुशबू साहू के सर्टिफिकेट के आधार पर आरोपी वर्षा ने अपना नाम बदला और खुद को ही खुशबू साहू कहने लगी. इसके बाद वह अंबिकापुर शहर में एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में बतौर चिकित्सक सेवा देने लगी. जब डेढ़ साल बाद इस मामले की जानकारी डॉ. खुशबू साहू को हुई कि उनके नाम पर एक फर्जी महिला डॉक्टर शहर के निजी अस्पताल में नौकरी कर रही है, तो उन्होंने तुरंत ही इसकी शिकायत सरगुजा पुलिस को दी.
पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट भी बरामद किया
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी वर्षा वानखेड़े को हिरासत में लिया और पूछताछ की गई. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से डॉक्टर खुशबू साहू का सर्टिफिकेट भी बरामद किया और वर्षा वानखड़े के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित कर महिला फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है.
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