BJP के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन, 111 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
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भारतीय जनता पार्टी के सबसे पुरान कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन हो गया है. उन्होंने 111 साल की उम्र में शाम 6 बजे कप्तानगंज में अंतिम सांस ली. कोविड काल में भुलई भाई तब चर्चा में आये थे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद फोन करके उनका हालचाल लिया था. 111 साल के श्री नारायण उर्फ भुलई भाई जनसंघ के टिकट पर विधायक रह चुके हैं. सोमवार को उनकी तबीयत खराब हुई थी और उसके बाद से वो पगार छपरा स्थित अपने घर पर ही ऑक्सीजन पर थे.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन हो गया है. उन्होंने 111 साल की उम्र में शाम 6 बजे कप्तानगंज में अंतिम सांस ली. कोविड काल में भुलई भाई तब चर्चा में आये थे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद फोन करके उनका हालचाल लिया था. 111 साल के श्री नारायण उर्फ भुलई भाई जनसंघ के टिकट पर विधायक रह चुके हैं. सोमवार को उनकी तबीयत खराब हुई थी और उसके बाद से वो पगार छपरा स्थित अपने घर पर ही ऑक्सीजन पर थे.
भुलई भाई दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरित होकर राजनीति में आए थे और 1974 में कुशीनगर की नौरंगिया सीट से जनसंघ दो बार विधायक बने थे. जनसंघ के बीजेपी बनने के बाद भी वो पार्टी कार्यकर्ता थे.
साल 2022 में उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में भुलई भाई खास मेहमान बन कर लखनऊ पहुंच थे. लखनऊ में कार्यकर्ता सम्मेलन में भुलई भाई को अमित शाह ने मंच से नीचे उतर कर सम्मानित किया था.
कौन हैं भुलई भाई?
सीता मैय्या की अग्नि परीक्षा वाली बात योगी आदित्यनाथ के मुंह से अचानक नहीं निकली है. यह लोकसभा चुनावों में अयोध्या में मिली हार की टीस है. इस हार की पीड़ा सबसे अधिक किसे होगी? जाहिर है उस शख्स को होगी जिसने राम मंदिर निर्माण के दौरान राज्य का मुख्यमंत्री रहते हुए अयोध्या को अपना दूसरा घर बना लिया था.