Bihar Politics: चिराग पासवान बोले- पिता जी के मरने पर नहीं, चाचा का साथ छूटने से हुआ अनाथ
ABP News
लोक जनशक्ति पार्टी में शुरू हुई उठापटक के बीच बुधवार को चिराग पासवान पहली बार मीडिया के सामने आए. चाचा की बगावत पर उनका दर्द साफ छलका लेकिन लगे हाथ ये भी कह दिया कि पार्टी उनकी है और वही राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) अध्यक्ष चिराग पासवान के लिए बीते चार दिन बेहद चुनौतीपूर्ण रहे हैं. पिछले करीब डेढ़ महीने से खराब तबियत से जूझ रहे चिराग के लिए आगे का रास्ता और दुर्गम है. पिता रामविलास पासवान की मृत्यु के चंद महीनों के भीतर ही उनकी पार्टी टूट के कगार पर पहुंच चुकी है. ऐसे में जब बुधवार को वो पहली बार सार्वजनिक मंच पर आए तो दर्द साफ छलक पड़ा. चिराग ने कहा कि उन्हें ज्यादा दुख इस बात का हुआ है कि उनके बीमार रहते पार्टी में उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया. चिराग पासवान ने कहा कि उन्हें उनके पिता की मृत्यु पर अनाथ होने का एहसास नहीं हुआ था लेकिन आज हुआ है क्योंकि पिता तुल्य चाचा ने उनका साथ छोड़ दिया है. हालांकि चिराग पासवान ने ये साफ किया कि वो आगे की चुनौती और संघर्ष के लिए तैयार हैं.More Related News