
Bihar Electricity Problems: दशहरा और दिवाली से बढ़ा लोड, बिहार में 4 से 8 घंटे तक हो रही बिजली कटौती
ABP News
बिहार सरकार के ऊर्जा सचिव ने पिछले सप्ताह ही ट्वीट कर जानकारी दी थी कि बिहार की कंपनियां बिजली पैदा नहीं करती हैं. लेकिन उपभोक्ताओं को सस्ती दर पर बिजली आपूर्ति हो रही है.
पटनाः देश में कोयले की कमी से बिजली संकट को लेकर एक तरफ बवाल मचा है तो दूसरी ओर दशहरा और दिवाली ने बिजली विभाग पर लोड बढ़ा दिया है. बिहार पिछले कुछ दिनों से खुले बाजार से बिजली खरीदने के लिए प्रतिदिन 20 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान कर रहा है. ऊर्जा विभाग के अधिकारी भी खुद यह मान रहे हैं कि राज्य में बिजली को लेकर समस्या है, लेकिन इस दुरुस्त किया जा रहा है और सुधार भी हुआ है.
दरअसल, एनटीपीसी के माध्यम से ही राज्य को थर्मल पावर की आपूर्ति होती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह अपने 4,500 मेगावाट के निर्धारित आवंटन के मुकाबले लगभग 3,000-3,300 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करने में सक्षम है. सरकारी सूत्रों की मानें तो बिहार में उच्च मांग और कम आपूर्ति की वजह से बिजली खरीद दर तीन से पांच रुपये के मुकाबले 20 रुपये प्रति यूनिट तक बढ़ गई.