Bihar Crime: पुलिस थाने पर ही पुलिस का छापा, पकड़े गए तीन पुलिसकर्मी... हैरान कर देगी पूरी कहानी
AajTak
शराब के नशे में धुत होकर थाने पहुंचे एक सब-इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. तीनों पुलिसवाले कैमूर जिले के सोनहन पुलिस स्टेशन में तैनात है. अब तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी.
बिहार राज्य में पूरी तरह से शराबबंदी है. वहां शराब रखना. शराब बेचना. शराब खरीदना और शराब पीना सभी कानून के खिलाफ है. लेकिन इस कानून को लागू करने की जिम्मेदारी जिस पुलिस पर है, अगर वही नशे में धुत होकर थाने में बैठेगी तो कानून का पालन कैसे होगा? जी हां, ठीक ऐसा ही मामला बिहार के कैमूर जिले से सामने आया है. जहां शराब में धुत तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है.
शराब के नशे में धुत होकर थाने पहुंचे एक सब-इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. तीनों पुलिसवाले कैमूर जिले के सोनहन पुलिस स्टेशन में तैनात है. यह जानकारी खुद एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को दी. अब तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी.
कैमूर जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) ललित मोहन शर्मा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए पीटीआई से कहा कि मामले की आगे की जांच जारी है. उन्होंने बताया कि एसपी कार्यालय को शिकायत मिली थी कि शनिवार को कुछ लोग उस थाने के अंदर जा रहे थे, जहां तीनों पुलिसकर्मी तैनात थे.
इसके बाद भभुआ थाने के एसएचओ मुकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम सोनहन पुलिस स्टेशन पहुंची और वहां मौजूद सब इंस्पेक्टर राजीव रंजन और दो सिपाही चंद्रजीत और अमरेंद्र कुमार को नशे की हालत में पाया. उन तीनों के अलावा एक बाहरी व्यक्ति सोनू कुमार भी वहां नशे में चूर मिला. पुलिस ने उन चारों को तुरंत हिरासत में ले लिया.
सोनहन पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने आगे बताया कि आरोपियों के मूत्र और रक्त के नमूने आगे की जांच के लिए भेजे गए हैं. यह पूरा मामला एसपी के संज्ञान में लाया गया, जिन्होंने तत्काल तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने का आदेश दिया है.
आपको बता दें कि बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था, जिसके तहत शराब के निर्माण, बिक्री और सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था.
ये धमाके वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइसेस में हुए हैं. सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक अब जिन कम्युनिकेशन डिवाइसेस में विस्फोट हुआ है, वे हाथ में पकड़े जाने वाले रेडियो हैं. हिज्बुल्लाह ने पेजर्स की तरह ही ये डिवाइस भी करीब पांच महीने पहले खरीदे थे. शीर्ष हिजबुल्लाह अधिकारी हाशेम सफीददीन ने धमाकों को लेकर कहा कि संगठन बुरे समय का सामना कर रहा है, लेकिन इसका बदला लिया जाएगा.
'वन नेशन-वन इलेक्शन' के प्रस्ताव को मोदी कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. इस पर कोविंद कमेटी ने रिपोर्ट दी है. वहीं इसे लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है कि कैबिनेट ने एक साथ चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है. यह हमारे लोकतंत्र को और भी अधिक जीवंत और सहभागी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. देखें video
पुणे के अर्न्स्ट एंड यंग में काम करने वाली एक युवती की कथित तौर पर वर्कलोड से मौत हो गई. 26 वर्षीय कर्मचारी की मां का आरोप है कि कंपनी जॉइन करने के कुछ ही महीनों के भीतर उसकी भूख-नींद सब खत्म होने लगी, जिसका ये अंजाम हुआ. ये तो एक्सट्रीम केस है, लेकिन कॉर्पोरेट में काम करने वालों के लिए वर्क प्रेशर नई बात नहीं.