
Bhola Paswan Shastri: देश का पहला दलित मुख्यमंत्री, जिनकी मौत पर परिवार के पास नहीं थे श्राद्ध के पैसे
ABP News
First Dalit Chief Minister of the Country: देश को पहले दलित मुख्यमंत्री मिलने की तारीख थी 22 मार्च 1968. राज्य था बिहार और मुख्यमंत्री का नाम था भोला पासवान शास्त्री.
Bhola Paswan Shastri: पंजाब में चरनजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री क्या बन गए, पंजाब समेत चुनावी राज्यों की सियासत में दलित वोट बैंक को लेकर अलग से बहस ही चल पड़ी है. कुछ महीनों पहले बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने कहा था कि पंजाब में सरकार बनने पर दलित को मुख्यमंत्री बनाएंगे तो कांग्रेस ने उससे पहले ही दलित मुख्यमंत्री बना दिया. हरीश रावत कह रहे हैं कि वो चाहते हैं कि उत्तराखंड में भी दलित ही मुख्यमंत्री बने तो अब मायावती और उनकी पार्टी बीएसपी इसको ड्रामा करार दे रही है. यूपी सीएम योगी तो दलित को इमारत की नींव बता रहे हैं, लोग इसके लिए भी उन्हें घेर रहे हैं. लेकिन याद करिए देश के पहले दलित मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री को, जो तीन-तीन बार एक बड़े राज्य के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन जब उनकी मौत हुई तो परिवार के पास इतने भी पैसे नहीं थे कि ठीक से अंतिम संस्कार तक कर सकें.
देश को पहले दलित मुख्यमंत्री मिलने की तारीख थी 22 मार्च 1968. राज्य था बिहार और मुख्यमंत्री का नाम था भोला पासवान शास्त्री. यूं तो उनका नाम भोला पासवान ही था, लेकिन बनारस से उन्होंने साल 1939 में संस्कृत में शास्त्री की उपाधि हासिल की थी और तभी से उनका नाम भोला पासवान शास्त्री हो गया था. उन्होंने अपनी सियासत की शुरुआत तो कांग्रेस से ही की थी, लेकिन 1967 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हारने और फिर कांग्रेस का बाहर से समर्थन देकर वीपी मंडल को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर जो सियासी ड्रामा हुआ, उससे कांग्रेस टूट गई. विनोदानंद झा के नेतृत्व में भोला पासवान शास्त्री समेत कुल विधायकों ने पार्टी तोड़कर नई पार्टी बनाई और नाम रखा लोकतांत्रिक कांग्रेस.