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AYUSH सचिव वैद्य राजेश कोटेचा को मिला तीसरा एक्सटेंशन, इंटरनेशनल योग दिवस से पहले केंद्र सरकार का फैसला
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कार्मिक मंत्रालय द्वारा 18 जून को जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आयुष मंत्रालय के सचिव कोटेचा के कार्यकाल को 28 जून, 2024 से आगे एक वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर यानी 28 जून, 2025 तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी है.
केंद्र सरकार ने आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा का कार्यकाल एक साल और बढ़ाकर 28 जून, 2025 तक कर दिया है. यह उन्हें तीसरा विस्तार दिया गया है. कार्मिक मंत्रालय द्वारा 18 जून को जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आयुष मंत्रालय के सचिव कोटेचा के कार्यकाल को 28 जून, 2024 से आगे एक वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर यानी 28 जून, 2025 तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी है.
दरअसल, कोटेचा को 2017 में आयुष मंत्रालय (आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें दो बार - 2020 में और फिर 2022 में - दो साल का विस्तार दिया गया था. कोटेचा का कार्यकाल ऐसे समय में बढ़ाया गया है जब केंद्र शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए तैयार है.आयुष मंत्रालय इस भव्य आयोजन के आयोजन के लिए नोडल मंत्रालय है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह का नेतृत्व करेंगे, जो 21 जून को श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में आयोजित किया जाएगा. आयुष मंत्रालय का गठन 9 नवंबर, 2014 को आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी में शिक्षा और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए चिकित्सा की प्राचीन प्रणालियों के गहन ज्ञान को पुनर्जीवित करने की दृष्टि से किया गया था.
इससे पहले, 1995 में गठित भारतीय चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी विभाग (आईएसएम एंड एच) इन प्रणालियों के विकास के लिए जिम्मेदार था.
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महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे ने एक जोरदार बयान दिया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि उन्हें हल्के में न लिया जाए. शिंदे ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति उन्हें हल्के में लेगा, तो वे उसकी टांग पलट देंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कोई मतभेद नहीं है.
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रेखा गुप्ता ने बुधवार शाम दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना से मुलाकात की और राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाने का दावा पेश किया. उनके साथ राज्य भाजपा पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़, शहर भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और दिल्ली के सांसद बांसुरी स्वराज, प्रवीण खंडेलवाल और कमलजीत सहरावत भी थे. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा भी राज निवास में मौजूद थे.
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रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी अब महिला मुख्यमंत्रियों की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है. दिल्ली ने कई महिला मुख्यमंत्री देखी हैं, जिनमें कांग्रेस की शीला दीक्षित का 15 साल का शासन भी शामिल है. साथ ही बीजेपी उन महिला वोटर्स पर भी फोकस कर रही है जिन्होंने चुनाव में पार्टी के पक्ष में जमकर मतदान किया है.
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