Afghanistan Crisis: तालिबान को मध्य एशियाई देशों के सुरक्षा संगठन CSTO का संदेश, सरहदों पर हालात बिगड़े तो सभी देश मिलकर देंगे सैन्य जवाब
ABP News
Afghanistan Crisis: सीएसटीओ विदेश मंत्रियों की हुई बैठक में कहा गया कि अफगानिस्तान के हालात के कारण अगर ताजिकिस्तान की दक्षिणी सीमा पर स्थितियां बिगड़ती है तो सभी देश सैन्य मदद के लिए एक साथ आगे आएंगे.
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान में तालिबानी निजाम के आने से दक्षिण और मध्य एशिया के कई समीकरण बदल गए हैं. इन बदले हुए समीकरणों के बीच ही अफगानिस्तान के पड़ोसियों का बड़ा जमावड़ा ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हो रहा है. शंघाई सहयोग संगठन के प्रमुखों की बैठक हो रही है, जिसमें अफगानिस्तान के मौजूदा हालात और सुरक्षा चिंताएं एक अहम मुद्दा होगा.
शंघाई सहयोग संगठन की इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल तरीके से शरीक होंगे. वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर उनके प्रतिनिधि के तौर पर दुशांबे में मौजूद होंगे. एससीओ शिखर बैठक के हाशिए पर भारतीय विदेश मंत्री की ईरान समेत कई देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे जो भारत की ही तरह मौजूदा हालात को लेकर चिंताएं रखते हैं. इन वार्ताओं के लिए जयशंकर 16 सितंबर की सुबह दुशांबे रवाना हो रहे हैं.