Aaj Ki Taza Khabar: पढ़ें 24 अक्टूबर 2022 की सुबह की टॉप खबरें और अन्य समाचार
AajTak
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 24 अक्टूबर 2022 की खबरें और समाचार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू समेत कई बड़े नेताओं ने आज दिवाली के त्योहार पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. पीएम मोदी एक बार फिर सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास जा सकते हैं.
खबरों के लिहाज से आज का दिन काफी अहम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू समेत कई बड़े नेताओं ने आज दिवाली के त्योहार पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. पीएम मोदी एक बार फिर सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास जा सकते हैं. ब्रिटेन में पीएम पद की रेस में आगे चल रहे भारतीय मूल के ऋषि सुनक जीत के और करीब पहुंच गए हैं. दिवाली पर कई राज्यों में बारिश की संभावना है. महाराष्ट्र के अमरावती में मालगाड़ी के 20 डिब्बे पटरी से उतर गए. जानिए, सोमवार सुबह की पांच बड़ी खबरें...
'प्रकाश पर्व जीवन में खुशियां लेकर आए,' राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी ने दिवाली की शुभकामनाएं दीं
देशभर में दिवाली का त्योहार मनाया जा रहा है. आज घरों में महालक्ष्मी, गणेश और कुबेर की पूजा होगी. त्योहार को लेकर हर तरफ उत्साह का माहौल है. हर कोई एक-दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं दे रहा है. बाजारों में खरीददारों की भीड़ उमड़ रही है. मंदिरों में दर्शनों के लिए लोग पहुंच रहे हैं. इस मौके पर सभी पार्टियों के नेताओं की तरफ से भी देशवासियों को शुभकामना संदेश दिए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवानों के साथ मनाएंगे दिवाली? आज जा सकते हैं करगिल के द्रास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैनिकों के साथ पिछले आठ साल से दीपावली का पर्व मनाते आ रहे हैं. साल 2014 में जब से नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली है, वह हमेशा ही जवानों संग ही दिवाली का पर्व मनाते हैं. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास जा सकते हैं.
ब्रिटेन के PM पद की रेस से पीछे हटे बोरिस जॉनसन, जीत के बेहद करीब पहुंचे ऋषि सुनक
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.