62 साल में 38 हजार से ज्यादा ट्रेन एक्सीडेंट... थम नहीं रहे रेलवे की रफ्तार को बेपटरी करते हादसे!
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पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. यहां एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. इस हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो गई है. ऐसे में जानते हैं कि भारत में ट्रेन हादसों पर आंकड़े क्या कहते हैं?
पश्चिम बंगाल में सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा हुआ. यहां के न्यू जलपाईगुड़ी में एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. टक्कर लगने से कई बोगियां पटरी से उतर गईं. इस हादसे में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, ये हादसा सुबह 9 बजे के आसपास हुआ. कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदाह जा रही थी. तभी पीछे से आ रही एक मालगाड़ी ने उसे टक्कर मार दी.
रेलवे बोर्ड की चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि मालगाड़ी के ड्राइवर (लोको पायलट) ने सिग्नल को पूरी तरह से अनदेखा किया था. इस दुर्घटना में ड्राइवर और ट्रेन के गार्ड की भी मौत हो गई है.
ये इस साल का अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है. इससे पहले पिछली साल जून में ही ओडिशा के बालासोर में बड़ा हादसा हुआ था. तब कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे में लगभग तीन सौ लोगों की मौत हो गई थी.
हर साल कितने हादसे?
सरकार का दावा है कि 2004 से 2014 के बीच हर साल औसतन 171 रेल हादसे होते थे. जबकि 2014 से 2023 के बीच सालाना औसतन 71 रेल हादसे हुए.
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