6 प्रेशर कुकर बम, नौ IED बरामद, महाराष्ट्र में चुनाव से पहले बड़े नक्सली हमले की प्लानिंग फेल
AajTak
महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली में लोकसभा चुनाव के पहले सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. पुलिस ने छह प्रेशर कुकर बम के साथ नौ आईईडी और भारी मात्रा में विस्फटकों को बरामद कर नष्ट कर दिया है. जिस इलाके से विस्फोटक बरामद हुए हैं. वहां भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि मतदान के दौरान कोई गड़बड़ी न हो.
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण से एक दिन पहले सुरक्षा बलों ने माओवादियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. पुलिस ने छह प्रेशर कुकर बम, भारी मात्रा में विस्फोटक और 9 IED को नष्ट कर दिया. स्थानीय पुलिस को सूचना मिली थी की चुनाव के दौरान नक्सली IED से बड़ा हमला कर सकते हैं. इसके लिए टिपागढ़ में कुछ विस्फोटक और क्लेमोर माइंस छिपाकर रखे गए हैं.
सूचना मिलने के बाद भी उस इलाके का पता नहीं लगाया जा सका था, जहां विस्फोटक रखे गए थे. इसलिए 2024 आम चुनाव में नक्सलियों के किसी भी संभावित साजिश को नाकाम करने के लिए पूरे इलाके में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई थी. ताकि, माओवादियों का विस्फोटकों से हमला करने की योजना सफल न हो पाए. इसी दौरान रविवार को टिपागढ़ क्षेत्र में उस जगह का पता चला जहां विस्फोटकों को छिपाकर रखा गया था.
छह प्रेशर कुकर बम और नौ आईईडी बरामद एसपी निलोत्पल ने बताया कि सूचना मिलने के बाद तुरंत विस्फोटकों को ढूंढने और उसे नष्ट करने के लिए एक टीम का गठन किया गया. इसमें बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वायड (BDDS) के साथ सी 60 की एक यूनिट और सीआरपीएफ की एक क्यूएटी शामिल थी. सोमवार सुबह जब टीम उस जगह पर पहुंची तो उन्हें विस्फोटक और डेटोनेटर से भरे छह प्रेशर कुकर, तीन क्लेमोर पाइप, छर्रे और विस्फोटक मिले.
बड़े नक्सली हमले की तैयारी फेल एसपी ने बताया कि विस्फोटकों के अलावा टीम को एक प्लास्टिक बैग में गन पाउडर, दवाईयां और कंबल भी मौके से मिला. मौके पर ही टीम ने कुल 9 आईईडी को और अन्य विस्फोटकों को नष्ट कर दिया. इसके अलावा बाकी अन्य सामान को भी वहीं जला दिया गया. इस ऑपरेशन के बाद टीम वापस लौट गई. चुनाव से पहले नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.