56 साल पहले प्लेन क्रैश में लापता जवान का अब मिला शव, 1968 से अब तक परिवार पर क्या-कुछ गुजरी, जानें पूरी कहानी
AajTak
आज से ठीक 56 साल पहले IAF का एयरक्राफ्ट चंडीगढ़ से लेह की ओर बढ़ा, लेकिन खराब मौसम की वजह से रोहतांग दर्रे के ढाका ग्लेशियर में हादसे का शिकार हो गया. इसपर पायलट और क्रू समेत कुल 102 लोग सवार थे, जिनमें से एक थे जवान नारायण सिंह बिष्ट. 56 साल बाद एक कागज के टुकड़े की मदद से उनका शव परिवार तक पहुंचा. शहीद नारायण सिंह के परिवार के लिए इन साढ़े पांच दशकों में क्या-क्या बदला, क्या कुछ घटा, इंतजार के 56 साल की ये पूरी कहानी जानने के लिए aajtak.in ने की परिवार से खास बातचीत.
सात फरवरी, 1968 को इंडियन एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट AN12 ने चंडीगढ़ से लेह के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन मौसम खराब होने के कारण हिमाचल प्रदेश के रोहतांग रेंज के अंतर्गत ढाका ग्लेशियर में क्रैश हो गया. छह क्रू मेंबर और सिपाही नारायण सिंह बिष्ट समेत एयरक्राफ्ट में सवार 102 लोगों का कुछ पता नहीं चल सका.
1967 में आखिरी बार घर से ड्यूटी पर हुए थे रवाना
उत्तराखंड में चमोली जिले के थराली विकासखंड के कोलपुड़ी गांव के रहने वाले नारायण सिंह सेना के मेडिकल कोर में तैनात थे. सन 1962 में उनकी शादी गांव की ही बसंती से हुई थी. एक आम फौजी की तरह नारायण सिंह भी सालभर में एक बार छुट्टी पर घर आते थे. 1967 में वे आखिरी बार घर से ड्यूटी के लिए गए थे. परिवार में माता-पिता और पत्नी ही थे.
परिजनों के लिए गुमशुदा की तरह ही थे
56 साल पहले हादसे के दिन यानी सात फरवरी, 1968 को बर्फीली घाटी में सेना के जवानों समेत 102 लोग ऐसे गायब हुए कि ये तक खबर नहीं लगी इनमें से कोई जिंदा भी है या नहीं. लेकिन परिजनों तक हादसे की खबर जरूर पहुंची. इस हादसे का शिकार हुए लोगों में नारायण सिंह के लापता होने की खबर पहुंच गई थी. इसलिए इतने साल वे अपने परिजनों के लिए गुमशुदा की तरह ही थे.
आज से ठीक 56 साल पहले IAF का एयरक्राफ्ट चंडीगढ़ से लेह की ओर बढ़ा, लेकिन खराब मौसम की वजह से रोहतांग दर्रे के ढाका ग्लेशियर में हादसे का शिकार हो गया. इसपर पायलट और क्रू समेत कुल 102 लोग सवार थे, जिनमें से एक थे जवान नारायण सिंह बिष्ट. 56 साल बाद एक कागज के टुकड़े की मदद से उनका शव परिवार तक पहुंचा. शहीद नारायण सिंह के परिवार के लिए इन साढ़े पांच दशकों में क्या-क्या बदला, क्या कुछ घटा, इंतजार के 56 साल की ये पूरी कहानी जानने के लिए aajtak.in ने की परिवार से खास बातचीत.
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पेट्रोलिंग के दौरान लैंड माइंस धमाका हुआ है जिसमें सेना के दो जवान जख्मी हो गए हैं. दोनों को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है. ये धमाका कैसे हुआ इसकी भी जांच की जा रही है. अभी एक दिन पहले ही किश्तवाड़ में आतंकियों से सेना की मुठभेड़ हुई थी.
तिरुपति प्रसाद विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने नई एसआईटी के गठन का फैसला किया है. पांच सदस्यीय टीम में सीबीआई अधिकारियों और FMGG के सदस्यों को शामिल किया जाएगा. कोर्ट ने पिछली सुनवाई में स्पष्ट किया था कि इस मुद्दे में राजनीति से बचा जाएगा और केवल जांच पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि हर पहलू की गहन जांच हो और निष्पक्षता सुनिश्चित हो.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फ्लैग स्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास खाली कर दिया और अब लुटियंस दिल्ली के फिरोजशाह रोड पर बंगला नंबर-5 में शिफ्ट हो गए हैं. यह मकान आप के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल के नाम पर आवंटित है. केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता, माता-पिता और दोनों बच्चों के साथ इस नए आवास में गए हैं.