50 फीट ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया सांप, जमीन पर गिरने से पहले ही किया कैच, VIDEO
AajTak
महाराष्ट्र के अकोला में एक सांप 50 फीट ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया. सूचना मिलने पर सर्पमित्र ने अपने सहयोगी के साथ मौके पर पहुंचकर सुरक्षित तरीके से सांप का रेस्क्यू किया. सर्पमित्र ने पेड़ से गिराकर सांप को मुस्तैदी से कैच कर लिया. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
महाराष्ट्र के अकोला में एक सांप 50 फीट ऊपर पेड़ पर चढ़ गया. इसके बाद जब इलाके के सर्पमित्र को पता लगा तो अपने दोस्तों के साथ पहुंचकर उसने सांप का सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू किया. सर्पमित्र ने सांप को जमीन पर गिरने से पहले ही हाथों में कैच कर लिया.
सर्पमित्र राहुल ठाकुर को पता लगा कि एक सांप 50 फीट ऊंचे झाड़ पर चढ़ गया है. इसके बाद राहुल अपने दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचे. राहुल के दोस्त ने लकड़ी के सहारे सांप को तलाशा. इसके बाद सांप जमीन पर गिरता, उससे पहले ही राहुल ने सांप को सुरक्षित तरीके से कैच कर लिया.
यहां देखें Video
राहुल का कहना है कि यह सांप जहरीला नहीं था. वह पहले एक घर में घुसा था, इसके बाद लोगों की आवाज होने पर वह ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया और आखिरी टहनी पर जा पहुंचा. इसकी जानकारी स्थानीय लोगों ने तुरंत सर्पमित्र राहुल को दी.
राहुल और उनके सहयोगी ने मौके पर पहुंचकर पहले तो सांप को पेड़ से उतारने की कोशिश की, लेकिन जब सांप नहीं उतर सका तो उन्होंने एक सदस्य को झाड़ के ऊपर फंसे सांप को लकड़ी से हिलाकर नीचे गिराया.
जमीन पर गिरने से पहले हाथों से कैच किया सांप
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.