478 इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की लागत 4.4 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
The Quint
Delay in infrastructure projects: इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की स्थिति को लेकर सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की मई-2021 की रिपोर्ट | Ministry of Statistics and Programme Implementation’s report for May 2021 on status of infra projects
150 करोड़ रुपये या इससे ज्यादा के खर्च वाले 478 इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट (infrastructure projects) की लागत में तय अनुमान से 4.4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. देरी और दूसरे कारणों से इन परियोजनाओं की लागत बढ़ी है.सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय 150 करोड़ रुपये या इससे ज्यादा लागत वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की निगरानी करता है. मंत्रालय की मई-2021 की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह की 1768 परियोजनाओं में से 478 की लागत बढ़ी है, जबकि 525 परियोजनाएं देरी से चल रही हैं.रिपोर्ट में कहा गया है, ''इन 1768 परियोजनाओं के क्रियान्वयन की मूल लागत 2286955.18 करोड़ रुपये थी, जिसके बढ़कर 2727220.47 करोड़ रुपये पर पहुंच जाने का अनुमान है. इससे पता चलता है कि इन परियोजनाओं की लागत 19.25 फीसदी या 440265.29 करोड़ रुपये बढ़ी है.’’रिपोर्ट के मुताबिक, मई-2021 तक इन परियोजनाओं पर 1330533.53 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, जो कुल अनुमानित लागत का 48.79 फीसदी है.ADVERTISEMENTहालांकि, मंत्रालय का कहना है कि अगर परियोजनाओं के पूरा होने की हालिया समयसीमा के हिसाब से देखें, तो देरी से चल रही परियोजनाओं की संख्या कम होकर 387 पर आ जाएगी. रिपोर्ट में 995 परियोजनाओं के चालू होने के साल के बारे में जानकारी नहीं दी गई है.रिपोर्ट में कहा गया है कि देरी से चल रही 525 परियोजनाओं में 100 परियोजनाएं एक महीने से 12 महीने की, 124 परियोजनाएं 13 से 24 महीने की, 182 परियोजनाएं 25 से 60 महीने की और 119 परियोजनाएं 61 महीने या ज्यादा की देरी में चल रही हैं. इन 525 परियोजनाओं की देरी का औसत 46.36 महीने है.क्यों लटके प्रोजेक्ट?इन परियोजनाओं की देरी के कारणों में भूमि अधिग्रहण में देरी, पर्यावरण और वन विभाग की मंजूरियां मिलने में देरी और बुनियादी संरचना की कमी प्रमुख हैं. इनके अलावा प्रोजेक्ट की फंडिंग में देरी, डीटेल्ड इंजीनियरिंग के फाइनल होने में देरी, परियोजनाओं की संभावनाओं में बदलाव, टेंडरिंग में देरी, ठेके देने और उपकरण मंगाने में देरी, कानूनी और अन्य दिक्कतें भी देरी के लिए जिम्मेदार हैं.(PTI के इनपुट्स सहित)(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)ADVERTISEMENTPublished: 27 Jun 2021, 2:40 PM IST...More Related News