350 KG का था ये आदमी, कई अंगों ने काम करना किया बंद, हुई मौत
AajTak
अपने 350 किलो वजन के करण शख्स चर्चा में था. जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो बड़े शरीर की वजह से वो वार्ड में एंटर भी नहीं कर पा रहा था.
ब्रिटेन के 'सबसे मोटे' शख्स की 37 साल की उम्र में मौत हो गई. एक समय इस शख्स का वजन का 350 किलो के करीब पहुंच गया था. जब इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में ले जाया गया था तो उनके बड़े साइज के कारण डॉक्टर्स को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.
'द मिरर' के मुताबिक, ब्रिटेन में रहने वाले मैथ्यू (Matthew Crawford) की पिछले हफ्ते मौत हो गई. मैथ्यू के ऑर्गन ने काम करना बंद कर दिया था. वो पिछले कई सालों से बीमार थे.
अपने 350 किलो वजन के करण मैथ्यू 2018 में चर्चा में आए थे. जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो बड़े शरीर की वजह से वो वार्ड में एंटर भी नहीं कर पा रहे थे. इतना ही नहीं तब उन्हें लिटाने के लिए 4 बेड लगाने पड़े थे.
तमाम सुविधाओं के कारण अस्पताल ने उन्हें लंबा-चौड़ा बिल थमाया था. उनके एक हफ्ते के बेड का बिल करीब 7 लाख रुपये था, जबकि महीने भर का बिल करीब 39 लाख रुपये था.
जब पूरा रास्ता ब्लॉक हो गया था
जब मैथ्यू को अस्पताल में लाया जा रहा था तो पूरा रास्ता ब्लॉक हो गया था. अस्पताल की मानें तो वह हर रोज पिज्जा और चाइनीज खाना लेकर वहां जाते थे. हालांकि, मैथ्यू कहते थे- 'अगर तुम लोगों को सच पता होता तो अलग नजरिये से सोचते. मैं कभी भी बाहर का खाना नहीं लाता था. यह बस एक-दो बार ही हुआ होगा. मै सिर्फ मां के हाथ का बना खाना खाता हूं. Sepsis की गंभीर बीमारी की वजह से मुझे यहां आना पड़ा.'
दिल्ली विधानसभा चुनाव सामने हैं, इस बीच दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के नतीजों कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई की प्रेसीडेंट पद पर जीत हो चुकी है. इन नतीजों को राजनीतिक विश्लेषक किस नजर से देखते हैं, क्या इनका असर विधानसभा के चुनाव के नतीजों पर भी दिखेगा, आइए यहां इसका पूरा गणित समझते हैं.
Vivo ने भारत में 21 नवंबर को Vivo Y300 को लॉन्च किया था और आज इस हैंडसेट की पहले सेल शुरू होने जा रही है. इस हैंडसेट पर कई अच्छी डील्स और डिस्काउंट भी देखने को मिल रहे हैं. इस फोन में Snapdragon 4 Gen 2, 8GB Ram, 5,000mAh दी है. इसके साथ कंपनी ने बैंक ऑफर्स का भी ऐलान किया है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
फॉरेस्ट गार्ड्स की जिंदगी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है. जंगली जानवरों के बीच काम करने के कारण उन्हें हर पल अपनी जान का खतरा रहता है. बावजूद इसके, वे न केवल जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्य को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे दो फॉरेस्ट गार्ड्स ने अपनी सूझबूझ से टाइगर के हमले से खुद को बचाया.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या, कुल जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत है. यह समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का शिकार हो रहा है. हिंदू समुदाय के सदस्य कथित तौर पर लक्षित हत्याओं और हमलों का सामना कर रहे हैं. कई बार इन हमलों में मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इसके विरोध में चिन्मय प्रभु लड़ाई लड़ रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.