26 मई का किसान आंदोलन ‘शक्ति प्रदर्शन’ नहीं, बल्कि किसानों के गहरे असंतोष की अभिव्यक्ति- संयुक्त किसान मोर्चा
ABP News
किसान मोर्चा का कहना है कि उनके इस आंदोलन को शक्ति प्रदर्शन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. इसका मकसद ताकत दिखाना नहीं, बल्कि ये किसानों के गहरे असंतोष की सांकेतिक अभिव्यक्ति है.
नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध एक बार फिर तेज होता दिखाई दे रहा है. 26 मई को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के बैनर तले एक बार फिर किसान दिल्ली की सीमा पर एकत्रित हो रहे हैं, लेकिन किसान मोर्चा का कहना है कि उनके इस आंदोलन को शक्ति प्रदर्शन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. इसका मकसद हमारी ताकत दिखाना नहीं बल्कि ये किसानों के गहरे असंतोष की सांकेतिक अभिव्यक्ति है. प्रदर्शन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन किया जाएगा. काले कपड़े, झंडे व पगड़ी पहनकर विरोध प्रदर्शित करेंगे किसानMore Related News