2024 में मोदी VS खड़गे? पढ़ें- कांग्रेस अध्यक्ष की उम्मीदवारी से 'INDIA' को क्या नफा-नुकसान
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मल्लिकार्जुन खड़गे को देश के सबसे बड़े दलित नेताओं में से एक माना जाता है. उनका संगठनात्मक और प्रशासनिक अनुभव भी बहुत है. लेकिन इसके अलावा उनकी अपनी कमजोरियां भी हैं, जो उन पर भारी पड़ सकती हैं.
विपक्षी इंडिया गठबंधन की मंगलवार को नई दिल्ली में हुई बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का प्रधानमंत्री चेहरा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बनर्जी के इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया.
लेकिन जब खड़गे से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने दोटूक कहा कि पहले 2024 का चुनाव जीतने दीजिए. पीएम चेहरे पर बाद में विचार किया जाएगा. ऐसे में विपक्षी गठबंधन के प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे की ताकत, उनकी कमजोरी और संभावित चुनौतियों को जान लेना जरूरी है क्योंकि अगर वे आधिकारिक तौर पर विपक्षी गठबंधन के पीएम उम्मीदवार बनते हैं तो उनका मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगा.
मल्लिकार्जुन खड़गे का SWOT (Strength, Weakness, Opportunity and Threats) एनालिसिस...
- स्ट्रेंथ (ताकत)
देश के सबसे बड़े दलित नेताओं में से एक हैं. उनका संगठनात्मक और प्रशासनिक अनुभव बहुत है. वह लगातार 10 बार चुनाव जीत चुके हैं. उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है. गांधी परिवार का उन पर अटूट भरोसा है. इतना ही नहीं, वह दक्षिण भारत में कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं. साथ ही उन्हें आठ भाषाओं की जानकारी है और हिंदी धाराप्रवाह बोलते हैं.
- वीकनेस (कमजोरी)
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